पंजाब सरकार ने रोपड़ जेल में बंद यूपी के विधायक व माफिया डॉन मुख्तार अंसारी को फिलहाल यूपी सरकार को सौंपने से इनकार किया है. पंजाब सरकार ने इस बाबत सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया है. पंजाब सरकार ने अंसारी को ना सौंपने की वजह उनका खराब स्वास्थ्य बताया है.
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जेल अधीक्षक के माध्यम से दायर हलफनामे में कहा गया है कि मुख्तार अंसारी कथित तौर पर उच्च रक्तचाप, मधुमेह, अवसाद, पीठ दर्द और त्वचा की एलर्जी से पीड़ित है. यूपी सरकार की याचिका खारिज करने की मांग करते हुए पंजाब सरकार ने कहा है कि वह चिकित्सकों की राय के अनुसार काम कर रही है.
पंजाब सरकार ने कहा कि मुख्तार अंसारी को यूपी से दूर रखने के लिए कोई पूर्वकल्पित साजिश नहीं थी. हलफनामे में ये भी कहा गया है कि यूपी की रिट याचिका विचार करने योग्य ही नहीं है, क्योंकि पंजाब में अंसारी को हिरासत में रखे जाने को यूपी अपने मौलिक अधिकार के उल्लंघन का दावा नहीं कर सकती है.
इस हलफनामे पर सुप्रीम कोर्ट 8 फरवरी को सुनवाई करेगा. पंजाब सरकार पहले भी सुनवाई के समय मुख्तार अंसारी के स्वास्थ्य और अन्य कारणों की जानकारी जुटाने के लिए समय लेकर मामले को टालती रही है, जबकि यूपी सरकार लगातार मुख्तार अंसारी को वापस प्रदेश लाने की कवायद में जुटी हुई है.
इस मामले में उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) विधायक अलका राय ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को चिट्ठी लिखकर बाहुबली मुख्तार अंसारी को बचाने का आरोप लगा चुकी हैं. अलका राय, पूर्व विधायक कृष्णानंद राय की पत्नी हैं, जिनकी हत्या का आरोप मुख्तार अंसारी पर लगा था