मौसम विभाग ने पंजाब में मौसम शुष्क बने रहने की भविष्यवाणी की है। हालांकि, 9 मई से मौसम फिर से करवट बदलेगा और पश्चिमी विक्षोभ के असर से चार दिन पंजाब में कुछ जगहों पर बारिश की संभावना जताई गई है। खास तौर से 10 मई के लिए यलो अलर्ट जारी हुआ है। इसके तहत बारिश के साथ तेज हवाएं भी चलेंगी।
पंजाब में गर्मी के बढ़ते प्रकोप के बीच सोमवार को पारा करीब 43 डिग्री पहुंच गया। झुलसा देने वाली धूप के चलते अधिकतम पारे में 1.2 डिग्री की वृद्धि दर्ज गई, जिससे अब यह सामान्य से 1.8 डिग्री अधिक हो गया है।
सबसे अधिक 42.8 डिग्री का पारा समराला का दर्ज किया गया। आने वाले दो दिन अभी गर्मी और बढ़ सकती है। वहीं मौसम विभाग ने हीट वेव (लू) का अलर्ट जारी किया है। 16 मई से पूरे राज्य के लू की चपेट में आने की संभावना है। ऐसे में विशेष एहतियात बरतने की जरूरत है।
छह शहरों का पारा 40 से ऊपर
अमृतसर का अधिकतम तापमान 40.2 डिग्री (सामान्य से 1.4 डिग्री अधिक), लुधियाना का 40.0 (सामान्य से 1.6 डिग्री अधिक), पटियाला का 41.1 डिग्री (सामान्य से 2.5 डिग्री अधिक), पठानकोट का 41.2, बठिंडा का 41.0, गुरदासपुर का 38.5, एसबीएस नगर का 39.4, बरनाला का 41.3, जालंधर का 39.2 डिग्री दर्ज किया गया। हालांकि पंजाब के न्यूनतम तापमान में 0.3 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। फिलहाल यह सामान्य के नजदीक है। सबसे कम 18 डिग्री का पारा पठानकोट का रहा। जबकि अमृतसर का तापमान 23.0, लुधियाना का 19.8, पटियाला का 24.7, पठानकोट का 21.7, बठिंडा का 22.4, बरनाला का 22.1, फरीदकोट का 24.5, फाजिल्का का 21.4, फिरोजपुर का 21.6 गुरदासपुर का 19.4 और जालंधर का 20.9 डिग्री दर्ज किया गया।
बुजुर्ग, बच्चे व गर्भवती महिलाएं रखें विशेष ध्यान
लुधियाना के सिविल सर्जन डॉ. जसबीर सिंह औलख ने कहा कि मई और जून के महीने में हीट वेव चलने की संभावना अधिक होती है। नवजात शिशु, छोटे बच्चे, गर्भवती महिलाओं, 65 वर्ष या उससे अधिक उम्र के बुजुर्ग, मोटापे से पीड़ित लोग, मानसिक रोगी, हृदय रोगी, उच्च रक्तचाप और शारीरिक रूप से बीमार लोगों को अधिक जोखिम होता है।
मानसिक संतुलन में परिवर्तन, बेचैनी, बोलने में कठिनाई, चिड़चिड़ापन, हकलाना, दौरे पड़ना, त्वचा का लाल और शुष्क होना, शरीर का तापमान 40 डिग्री या इससे अधिक होना, गंभीर सिरदर्द, चिंता, चक्कर आना, बेहोशी और हल्का सिरदर्द, मांसपेशियों में कमजोरी या अकड़न का एक घंटे से अधिक समय तक बने रहना, उल्टी, दिल की धड़कन का तेज होना और सांस लेने में कठिनाई होना हीट वेव के लक्षण हो सकते हैं। हीट वेव से बचने के लिए दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच धूप में बाहर न जाएं। तले हुए भोजन से परहेज करें। मौसमी फल और सब्जियां जैसे तरबूज, संतरा, अंगूर, खीरा और टमाटर खाएं। नींबू पानी, लस्सी, नारियल पानी जैसे घरेलू पेय पदार्थों का उपयोग करें। धूप से त्वचा की सुरक्षा के लिए सनस्क्रीन और आंखों की सुरक्षा के लिए काला चश्मा पहनें।
Live Halchal Latest News, Updated News, Hindi News Portal