पंजाब में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा। कांग्रेस ने सीएए के मुद्दे को लेकर शिरोमणि अकाली दल (शिअद) पर फिर हमला किया है। कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल पर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) में सभी धर्मों को शामिल करने के बयान को लेकर निशाना साधा है। इसे शिअद का दोगला किरदार बताया है। दूसरी ओर, मलेरकोटला में विभिन्न संगठनों ने सीएए के विरोध में प्रदर्शन किया।
कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा है कि यह हैरानी की बात है कि अकाली दल ने पहले सरेआम संसद के दोनों सदनों में सीएए के हक में वोट डाला और अब प्रकाश सिंह बादल यह कह रहे हैं कि नागरिकता लेने का हक सभी धर्मों के लोगों को मिलना चाहिए।
कैबिनेट मंत्री रंधावा ने कहा- सीएए का विरोध है तो हरसिमरत से केेंद्र में इस्तीफा दिलाए शिअद
रंधावा ने कहा कि भाजपा ने पूरी तरह अनदेखा करते हुए दिल्ली विधान सभा चुनाव में शिअद को आईना दिखा दिया तो अब बादल ने सीएए के सहारे धर्मनिरपेक्षता का कार्ड खेला है। रंधावा ने बादल को चुनौती देते हुए कहा कि अगर वह और उनकी पार्टी सचमुच गंभीर है और सीएए जैसे विभाजनकारी कानून पर विरोध दर्ज करवाना चाहते हैं तो पहले अपनी बहू (हरसिमरत बादल) से केंद्रीय कैबिनेट से इस्तीफा दिलाएं।
उन्होंने कहा कि यदि इस्तीफा नहीं दिला सकते तो सीएए पर प्रश्न चिह्न लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विरोध पत्र ही लिख दें। उन्होंने कहा कि अगर बादल इस मुद्दे पर गंभीरता नहीं जाहिर करेंगे तो समझा जाएगा कि वह ऐसे बयान सिर्फ भाजपा के साथ राजनीतिक सौदेबाजी के लिए दे रहे हैं।
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मालेरकोटला में सीएए के विरोध में 72 संगठनों ने निकाली रैली, प्रदर्शन
मालेरकोटला (संगरूर) : सीएए, एनपीआर, एनआरसी के खिलाफ मालेरकोटला में रविवार को केंद्र सरकार के खिलाफ 72 संगठनों ने रैली निकाल कर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में पंजाब भर से मुस्लिम संगठनों सहित पंजाब के खेत मजदूरों, किसानों, बिजली कर्मियों, नौजवानों व छात्रों की संघर्षशील जत्थेबंदियों ने भाग लिया। रैली में दिल्ली के शाहीन बाग, जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी व कारवां-ए-मोहब्बत के डेलिगेशन भी पहुंचे।
रैली में एलान किया गया कि यदि इस काले कानून को वापस नहीं किया गया तो 24 से 29 फरवरी तक पंजाब भर में विरोध सप्ताह मनाया जाएगा। भाकियू एकता उगराहां के प्रधान जोगिंदर सिंह, भाकियू एकता डकोंदा के प्रधान बूटा सिंह, हर्ष मंडेल, जामिया यूनिवर्सिटी के छात्र सैफ उल इस्लाम, जगमोहनसिंह, डॉ. परमिंदर, देश भगत यादगार कमेटी जालंधर ने कहा कि सीएए, एनआरसी व एनपीआर के काले कानून के जरिये मोदी सरकार देश में बांट चाहते हैं। यह किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।