पंजाब में इस साल शुक्रवार को कोरोना के एक दिन में सबसे अधिक 3459 मामले सामने आए हैं। इसके अलावा 24 घंटे में महामारी ने 56 लोगों की जान ले ली है। 43 संक्रमितों की हालत गंभीर बनी हुई है। शुक्रवार को अमृतसर में 9, बठिंडा में 2, फरीदकोट में 2, फतेहगढ़ साहिब में 1, फाजिल्का में 1, फिरोजपुर में 1, गुरदासपुर में 4, होशियारपुर में 6, जालंधर में 4, कपूरथला में 3, लुधियाना में 4, मोहाली में 4, मुक्तसर में 1, पटियाला में 6, रोपड़ में 3, संगरूर में 1, नवांशहर में 2 और तरनतारन में 2 मौतें हुई हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, अब तक पंजाब में संक्रमण से 7390 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य में 6270878 लोगों के नमूने लिए जा चुके हैं, जिनमें 266494 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। 231885 संक्रमित ठीक हो चुके हैं। सूबे में इस समय 27219 मामले सक्रिय हैं।
मुख्य सचिव विनी महाजन ने शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग को टीकाकरण मुहिम में तेजी लाने के निर्देश दिए ताकि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के निर्देशों के अनुसार हर हफ्ते 16 लाख व्यक्तियों के टीकाकरण का लक्ष्य हासिल किया जा सके। इसके साथ ही उन्होंने कोरोना से निपटने के लिए प्रत्येक जिले को एक-एक करोड़ रुपये के विशेष फंड देने का एलान किया है।
राज्य में कोविड की मौजूदा स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि महामारी के साथ लड़ाई में फंड की कोई कमी नहीं आएगी।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को यह भी हिदायत दी कि वायरस को हराने के लिए हफ्ते में दो दिन (मंगलवार और शुक्रवार) को बड़े स्तर पर टीकाकरण किया जाए ताकि अधिक से अधिक लोगों को कवर किया जा सके। उन्होंने अप्रैल महीने के लिए हर हफ्ते 16 लाख लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य निश्चित किया है।
प्रशासकीय सचिवों, डिप्टी कमिश्नरों, पुलिस कमिश्नरों/एसएसपी और राज्य के अन्य सीनियर अधिकारियों के साथ कोविड महामारी के हालात की समीक्षा करते हुए मुख्य सचिव ने अधिकारियों को हिदायत दी कि नमूने लेने की संख्या बढ़ाकर प्रतिदिन 50,000 की जाए और प्रत्येक पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में आने वाले 20 लोगों की जांच की जाए।
मीटिंग में बताया गया कि अब तक 16 लाख व्यक्तियों का टीकाकरण किया गया है और टीकाकरण और कोविड के नियमों का पालन ही वायरस के फैलाव को रोकने का एकमात्र उपाय है।