महानगर में ठंड लगातार बढ़ती जा रही है। आए दिन रिकाॅर्ड टूट रहे हैं। ठंड ने लुधियाना में पिछले 50 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। पिछले 50 सालों के दौरान लुधियाना कभी भी इस तरह से नहीं कांपा, जैसा बुधवार को हुआ। पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू) के मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को अधिकतम तापमान 8.6 व न्यूनतम तापमान 5.6 डिग्री सेल्सियस रिकाॅर्ड किया गया।
शहर में 1970 के बाद पहली बार 25 दिसंबर को अधिकतम तापमान लुढ़ककर इतना नीचे आया है। धूप की गैर मौजूदगी में बर्फीली हवाओं के टॉर्चर का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि श्रीनगर, शिमला, कुल्लू, मनाली, धर्मशाला की तुलना में लुधियाना दिन के समय अधिक ठंड रहा।
बर्फीली हवाओं ने घरों में किया कैद
एक सप्ताह से गायब सूर्य देवता और मंगलवार से चली बर्फीली हवाओं ने लोगों को क्रिसमस के दिन घरों में कैद होने पर मजबूर कर दिया।
होना चाहिए 19 डिग्री सेल्सियस
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार दिसंबर के अंतिम सप्ताह में शहर का अधिकतम तापमान सामान्य तौर पर 19 डिग्री सेल्सियस के बीच होना चाहिए।
सराभा नगर मार्केट में सुरक्षा बल के जवान आग जलाकर ठंड से बचने की कोशिश करते हुए।
हाथ-पैर हो रहे सुन
शहर में ठंड का आलम यह था कि कुछ देर के लिए भी खुले आसमान में खड़े होना मुश्किल हो रहा था। कंपकंपी छूट रही थी, हाथ पैर सुन पड़ रहे थे।
क्यों बना है ऐसा मौसम
मौसम विभाग की मानें तो यह मौसम बादलों के निचले स्तर पर आने और बर्फीली हवाओं के कारण बना है।
मिल सकती है कुछ राहत
इंडिया मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट चंडीगढ़ के पूर्वानुमान के अनुसार वीरवार से ठंड से कुछ राहत मिल सकती है। 26 से 30 दिसंबर तक मौसम साफ रहने की संभावना है। सुबह व शाम को घना कोहरा पड़ सकता है। 30 से 31 दिसंबर को फिर से बादल छाने की संभावना है।