केरल, महाराष्ट्र और आंध्रप्रदेश के बाद पंजाब में भी कोरोना के नए स्ट्रेन ‘एन440के’ के केस सामने आए है। पंजाब में इसके दो मामले सामने आए हैं। सेहत विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी हुसन लाल ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि अभी दिल्ली स्थित इंस्टीट्यूट फार जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलाजी (आईजीआईबी) से अधिकारिक सैंपल रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है। दोनों मामले पटियाला की लैब से भेजे गए सैंपलों में सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि विभाग ने पटियाला से भेजे गए सभी सैंपलों वाले मरीजों व उनके कांट्रेक्ट ट्रेस कर लिए हैं।
पटियाला लैब से भेजे गए सैंपलों में नए रूप ‘एन440के’ की पुष्टि
उधर, दूसरी तरफ पंजाब में लगातार दूसरे दिन कोरोना संक्रमण के 1500 से ज्यादा मामले सामने आए और 20 लोगों की मौत हुई। सबसे ज्यादा सात मौतें जालंधर में हुईं। जिला जालंधर के शाहकोट के डीएसपी वरिंदर पाल सिंह ने भी कोरोना के कारण दम तोड़ दिया। उनका लुधियाना के अस्पताल में इलाज चल रहा था।
बड़े शहरों वाले जिलों में संक्रमण का ज्यादा प्रभाव, पिछले 24 घंटे में 1616 नए मामले
पंजाब के बड़े शहरों वाले जिलों में कोरोना का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। 24 घंटे में सामने आए 1616 मामलों में 1304 केवल सात जिलों में सामने आए हैं। जालंधर में सबसे ज्यादा 291, मोहाली में 211, लुधियाना में 197, पटियाला में 196, होशियारपुर में 158, कपूरथला में 141 और अमृतसर में 110 लोग संक्रमित पाए गए। वहीं, जालंधर में सात, पटियाला में चार, संगरूर में तीन, होशियारपुर व तरनतारन में दो-दो और मोहाली व कपूरथला में एक-एक कोरोना मरीज की मौत हो गई।
12 जिलों में 58 माइक्रो कंटेनमेंट जोन, 23 होशियारपुर में
पंजाब में सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 11348 हो गई है। सबसे ज्यादा 1505 सक्रिय मामले जालंधर में हैं। रविवार को 839 लोगों ने कोरोना को मात भी दी। कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए राज्य के 12 जिलों में 58 माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। इनमें 23 केवल जिला होशियारपुर और नौ जालंधर में हैं।
वायरस का नया रूप कितना घातक, इसे लेकर जांच जारी
कोविड-19 को लेकर राज्य के नोडल अधिकारी राजेश भास्कर ने कहा कि ‘एन440के’ को लेकर सेहत मंत्रालय ने कोई अतिरिक्त एडवायजरी जारी नहीं की है। दिल्ली लैब की जांच में कोरोना वायरस में मोटेशन सामने आई है। मोटेशन के बाद ‘एन440के’ वेरिएंट सामने आया है। कई राज्यों में इसके साथ ‘ई484क्यू’ वेरिएंट भी मिला है। वायरस का बदला हुआ रूप कितना घातक है इसके बारे में अभी जांच चल रही है। हमने काफी समय पहले सैंपल भेजे थे। जिनके सैंपल भेजे गए थे उनमें से कई मरीज ठीक भी हो चुके है। सैंपल रिपोर्ट आने तक यह नहीं बताया जा सकता कि किन मरीजों में कोरोना का नया वायरस मिला है।