जासं, जालंधर के नूरमहल में बिहार के पूर्णिया जिले के रहने वाले बाप-बेटे की हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपित रामचंद्र के खिलाफ केस दर्ज करने के बाद उसकी तलाश शुरू कर दी है। उसके शहर से बाहर भागने की आशंका के चलते शहर के बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस ने साथी आरोपित के मोबाइल की लोकेशन और उसकी कॉल डिटेल निकाली है। इस बात का पता लगाया जा रहा है कि आरोपित ने अकेले इस वारदात को अंजाम दिया था या फिर उसके साथ कोई और भी शामिल था।
जहरीला पदार्थ खिलाने के बाद जलाया था शव
पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि विद्यानंद और उसका बेटा शुभम दिल्ली में दिहाड़ी मजदूरी करते थे। रामचंद्र ने उन्हें दिल्ली से अपने पास बुलाया था लेकिन दोनों के पास 45,000 रुपये देखकर रामचंद्र का ईमान डोल गया और पैसों के लालच में उसने उन्हें पहले जहरीली चीज खिलाई और फिर शव को जलाने के बाद कुएं में फेंक दिया। वह 45000 रुपये और उनका मोबाइल लेकर फरार हो गया।
12 दिन बाद कुएं से बरामद हुआ शव
पुलिस ने मृतकों के शव को रविवार को नूरमहल थाना क्षेत्र के सीमा कला गांव के एक कुएं से बरामद किया था। बुरी तरीके से जली हुई हालत में उनकी पहचान करना भी मुश्किल हो रहा था। पूछताछ में आरोपित रामचंद्र की पत्नी ने बताया कि वारदात को अंजाम देने के बाद उसने बताया था कि उसने दोनों की हत्या कर शव को कुएं में फेंक दिया है।
पूर्णिया में लापता होने का केस दर्ज होने के बाद खुला मामला
बिहार के पूर्णिया जिले के रहने वाले विद्यानंद और शुभम की गुमशुदगी की रिपोर्ट उनके परिवार वालों ने बिहार के पूर्णिया थाने में दर्ज कराई थी। मामले की जांच के लिए पूर्णिया पुलिस ने जालंधर पुलिस से संपर्क किया था मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी नवीन सिंगला ने बताया कि वहां दज रिपोर्ट के अनुसार मृतकों के परिजनों ने कहा था कि वह दिल्ली से जालंधर जा रहे हैं लेकिन वे न तो जालंधर पहुंचे और ना ही दिल्ली या पूर्णिया वापस गए। इसके बाद मामले की जांच करते हुए जालंधर पुलिस ने दोनों के ही शवों को सीमा कला गांव के एक कुएं से बरामद कर लिया।