पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य में अगले साल होने वाले चुनाव के लिए इरादे स्पष्ट कर दिए हैं. अमरिंदर सिंह ने कहा है कि अगला चुनाव जरूर लड़ेंगे. कैप्टन ने कहा कि पंजाब को संकट की स्थिति से बाहर निकालने तक वो राजनीति का हिस्सा रहेंगे.
MEDIA से चर्चा करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि मैंने संसद से दो बार इस्तीफा दिया था, सिर्फ अपने राज्य के लिए. ये राजनीति में मेरा 52वां साल है, लेकिन मेरा मानना है कि पंजाब को कृषि और औद्योगिक संकट से निकालना मेरी जिम्मेदारी है. यही कारण है कि मैं अगला विधानसभा चुनाव भी लड़ूंगा.
बता दें कि अगले साल कैप्टन अमरिंदर सिंह 80 साल के हो जाएंगे, पिछले चुनाव में भी उनका बयान काफी चर्चा में रहा था जिसमें उन्होंने बतौर मुख्यमंत्री अंतिम कार्यकाल होने की बात कही थी.
अमरिंदर सिंह ने कहा कि जब हम सत्ता में आए थे, तब पंजाब कृषि और औद्योगिक क्षेत्र में संकट से गुजर रहा था जिसे हमने बाहर निकालने का काम किया. कैप्टन ने साफ कहा कि अभी चीज़ें सही हैं, लेकिन बेहतर होने में वक्त लगेगा और तभी मैं कह सकूंगा कि अब बस हो गया.
गौरतलब है कि अगले साल पंजाब में विधानसभा का चुनाव होना है और इस बार कैप्टन अमरिंदर के साथ राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर जोड़ीदार हैं. प्रशांत किशोर ही पंजाब में कांग्रेस का पूरा कैंपेन संभालेंगे.
कृषि आंदोलन के दौरान कैप्टन अमरिंदर ने खुलकर किसानों का समर्थन किया और केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा संभाला था. पंजाब में अब अकाली दल और बीजेपी का गठबंधन टूट गया है, ऐसे में अमरिंदर के लिए आम आदमी पार्टी ही एक चुनौती के रूप में उभर रही है.
अमरिंदर की इस घोषणा से कयास नवजोत सिंह सिद्धू की राजनीतिक जिम्मेदारी को लेकर भी लगाए जा रहे हैं. सिद्धू के साथ कैप्टन के रिश्ते उतार-चढ़ाव भरे रहे हैं. इन दिनों भी उन्हें मनाने की कोशिशें की जा रही हैं.