कोरोना के साथ ही अब अन्य रोगों से लड़ने के लिए पंजाब के लोगों का इम्यून सिस्टम मजबूत करने का जिम्मा आयुर्वेद विभाग ने उठाया है। आयुर्वेद विभाग सूबे के लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए एक विशेष किट तैयार कर रहा है। इस किट में विशेष तरह की जड़ी बूटियों और अन्य दुर्लभ औषधियों से बनी दवाओं को शामिल किया जाएगा। जल्द ही जिला स्तर पर किटों के वितरण का कार्य शुरू किया जाएगा।
हाल ही में हुए कई शोधों ने यह बात तो प्रमाणित कर ही दी है कि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता जिस भी व्यक्ति की मजबूत होगी वह कई बीमारियों से बचा रहेगा। कोविड-19 के दौर में भी यह बात लागू रही। कोविड संक्रमण से वही व्यक्ति बचा या संक्रमण होने के बाद भी ठीक होने में सफल रहा, जिसके शरीर का इम्यून सिस्टम मजबूत था।
इन्हीं तथ्यों को देखते हुए अब पंजाब के आयुर्वेद विभाग ने राज्य के लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का निर्णय किया है। इसके लिए वह एक किट तैयार कर रहा है, जिसमें शरीर को स्वस्थ रखने के लिए च्यवनप्राश, गिलोय घनवटी, व्योशादि वटी, आयुष 64, ब्रह्म रसायन जैसी दुर्लभ औषधियों को शामिल करेगा। विभाग में इसके लिए बजट भी स्वीकृत हो चुका है। जल्द ही इन किटों को तैयार कर पंजाब में जिला स्तर पर निशुल्क वितरण का कार्य शुरू किया जाएगा। इस पर 20 लाख से ज्यादा का खर्च आएगा।
आयुष किट में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली चीजें शामिल की गई हैं। इसमें विशेष प्रकार का काढ़ा और आयुर्वेदिक गोलियां शामिल हैं। साथ ही लोगों को हल्दी युक्त गुनगुना दूध और गर्म पानी पीने की भी सलाह दी गई है। आयुष किट को कोरोना वारियर्स तक पहले ही पहुंचाया जा रहा है। अब इसे आम लोगों तक पहुंचाने की कोशिश हो रही है।
कोरोना काल के दौरान पंजाब का आयुर्वेद विभाग कोरोना वारियर्स में शामिल सरकारी कर्मचारी और अधिकारियों के लिए 20 हजार काढे के पैकेट का वितरण कर चुका है। काढे़ के साथ ही आयुर्वेद की दवाओं का वन विभाग, बीएसएफ सहित प्रशासनिक विभागों में भी निशुल्क वितरण कर चुका है।
लोगों की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए आयुष किट को वितरित किया जा रहा है। इससे लोगों की सेहत बेहतर रहेगी। वे कोरोना के साथ-साथ दूसरी बीमारियों से भी बच सकेंगे। आयुर्वेद विभाग अपने काम में लगा हुआ है और लगातार आयुष किट बना रहा है। आयुर्वेद विभाग इम्युनिटी बूस्टर किट की नई खेप फिर वितरित करने की तैयारी कर रहा है।