पंजाब और हिमाचल प्रदेश के टैक्सी ड्राइवर यूनियन के बीच चल रहा विवाद गहरा गया है। पंजाब के टैक्सी ऑपरेटरों ने सोमवार को सैक्टर-25 स्थित धरना स्थल पर प्रदर्शन किया। संघर्ष पर चल रहे ड्राइवरों का आरोप है कि पंजाब सरकार उनकी मांगों की तरफ ध्यान नहीं दे रही है ।
मजबूरी में उन्हें संघर्ष की राह पर आना पड़ा है। सरकार ने जल्दी सुनवाई नहीं की तो वह सी.एम. हाऊस की तरफ कूच करेंगे। प्रदर्शन के दौरान सड़क पर जाम भी लगाया गया।
पंजाब सरकार के मुख्यमंत्री के ओ.एस.डी. ने उन्हें आश्वासन दिया कि 29 जुलाई तक समस्याओं का सामधान हो जाएगा। उनके आश्वासन के बाद यूनियन के सदस्यों ने रास्ता खोला।
पंजाब के टैक्सी ड्राइवर आजाद टैक्सी यूनियन पंजाब के बैनर तले चंडीगढ़ में जुटे थे। उनका कहना है कि पंजाब के ड्राइवरों से हिमाचल में धक्का किया जा रहा है। उनसे तीन गुना टैक्स वसूला जा रहा है। ड्राइवरों से मारपीट की जा रही है। एक के बाद एक इस तरह की घटनाएं हो रही हैं।
ऐसे में ड्राइवरों की सुरक्षा को यकीनी बनाया जाना चाहिए। सोशल मीडिया से भड़काऊ पोस्ट हटाई जानी चाहिए। सरकार को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए।