भारत में नोटबंदी के बाद आम जिंदगी के पटरी पर आने से पहले बेहद जल्द ही एक बड़ा झटका भारतीयों को लगने वाला है। क्योंकि पेट्रोल और डीजल के दामों में रिकॉर्ड स्तर पर बढ़ोतरी होने वाली है।
भारत में पेट्रोल के दामों में 5 से 8 फीसदी की बढ़ोतरी होने वाली है। जबकि डीजल के दामों में 6 से 8 फीसदी की बढ़ोतरी होगी। ऐसा इसलिए है क्योंकि ओपेक ने कच्चे तेल के उत्पादन में बड़े पैमाने पर कटौती की है।
ओपेक (OPEC) पेट्रोल उत्पादन करने वाला 12 देशों का संगठन, तेल के उत्पादन में 1.2 मिलियन बैरल प्रति दिन की कटौती करेगा। बता दें की तेल की कीमतें बढ़ने से मुंबई में पेट्रेल के दाम 75 रुपए प्रति लीटर हो जाएंगे, जो अभी 72 रुपए प्रति लीटर हैं। वहीं, डीजल के दाम 60 रुपए से बढ़कर 64 रुपए प्रति लीटर हो जाएंगे।
ओपेक के इस कदम के बाद मार्च 2017 तक कच्चे तेल के दाम 50 से 55 डॉलर प्रति बैरल के बीच बढ़ सकते हैं। वहीं, कुछ स्कॉलरों का मानना है कि ये कीमतें 60 डॉलर तक भी जा सकती हैं। जाहिर इसके के बाद पेट्रोल की कीमतें 80 रुपए और डीजल की कीमत 68 रुपए प्रति लीटर तक जा सकती है।
जाहिर है कि लंबे समय के बाद पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन ओपेक ने 30 नवंबर को जनवरी से कच्चे तेल के उत्पादन में कुल मिला कर दैनिक 12 लाख बैरल कमी करने पर सहमति जताई है।
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