नेपाल में सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी (एनसीपी) ने नेशनल असेंबली की 18 में से 16 सीटों पर कब्जा कर लिया है। उसके गठबंधन राष्ट्रीय जनता पार्टी-नेपाल ने गुरुवार को हुए चुनाव में शेष दो सीटों पर ही संतोष करना पड़ा । इस चुनाव में छह राजनीतिक दलों के कुल 45 उम्मीदवार मैदान में थे। 550 राज्य विधानसभा सदस्यों और 1,506 मेयर, डिप्टी-मेयर, चेयरपर्सन और स्थानीय स्तर के उपाध्यक्षों सहित 2,056 लोगों ने चुनाव में मतदान किया।
जिला न्यायाधीश बने रिटर्निंग ऑफिसर
इस चुनाव में 550 राज्य विधानसभा सदस्य और 1,506 मेयर, डिप्टी-मेयर, चेयरपर्सन और स्थानीय स्तरों के उपाध्यक्ष सहित कुल 2,056 मतदाता हैं। जिला न्यायाधीशों को चुनाव के लिए रिटर्निंग ऑफिसर के रूप में नियुक्त किया गया था।
अप्रत्यक्ष होता है नेशनल असेंबली का चुनाव
नेपाल के असेंबली का चुनाव अप्रत्यक्ष होता है। यानी जनता इसमें प्रत्यक्ष रूप से भागीदार नहीं होती है। इस चुनाव में राज्य विधानसभा सदस्यों के एक वोट का वेटेज 48 निर्धारित किया गया है। इसी तरह से मेयर, डिप्टी-मेयर ऑफ म्युनिसिपल और चेयरपर्सन और वाइस चेयरपर्सन का एक वोट 18 का वज़न रखता है। राज्य विधानसभा सदस्यों के लिए बैलेट पेपर हरे रंग का, जबकि मेयर, डिप्टी मेयर के साथ चेयरपर्सन और वाइस चेयरपर्सन के लाल रंग का होता है।
आयोग का स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव का भरोसा
चुनाव आयोग ने निर्वाचन अधिकारियों को मतगणना और चुनाव परिणामों की घोषणा के लिए उचित व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया था। आयोग ने भरोसा दिलाया है कि चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष होगा। अपनी विज्ञप्ति में आयोग ने कहा कि शासन प्रणाली जितनी जिम्मेदार और पारदर्शी होगी उतनी ही विश्वसनीय और स्वीकार्य होगी। बता दें कि 59 सदस्यीय नेशनल असेंबली के 19 सदस्यों का कार्यकाल 3 मार्च को समाप्त हो रहा है। 19 सदस्यों में से 18 पदों के लिए चुनाव हो रहा है। एक संवैधानिक प्रावधान है कि राष्ट्रपति सरकार की सिफारिश पर एक एनए सदस्य को नामित करेगा।