निर्भया के दरिंदों को तीन मार्च को फांसी होगी या नहीं, इस पर फिर संशय हो गया है। सुप्रीम कोर्ट एक दोषी पवन गुप्ता की सुधारात्मक याचिका (क्यूरेटिव याचिका) पर सोमवार को सुनवाई करेगा। इसी बीच निर्भया की मां का बयान सामने आया है।
दोषियों के पैतरों से दुखी मां ने कहा, ‘मैं 7 साल 3 महीने से संघर्ष कर रही हूं। वो कहते हैं हमें माफ कर दो। कोई कहता है कि मेरे पति, बच्चे की क्या गलती है। मैं कहती हूं कि मेरी बच्ची की क्या गलती थी?’
वहीं, दूसरी तरफ एक अन्य दोषी अक्षय सिंह ने शनिवार को राष्ट्रपति के समक्ष फिर दया याचिका दायर की। निचली अदालत ने 17 फरवरी को चारों दोषियों का डेथ वारंट जारी कर तीन मार्च, सुबह 6 बजे फांसी की तारीख तय की थी।
शुक्रवार को दायर पवन की याचिका पर जस्टिस एनवी रमना की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय पीठ सोमवार सुबह इन चैंबर सुनवाई करेगी। बाकी तीन दोषियों की सुधारात्मक याचिका कोर्ट खारिज कर चुका है।
फांसी रुकवाने को दी याचिका
इस बीच, अक्षय सिंह और पवन गुप्ता ने डेथ वारंट पर रोक के लिए निचली अदालत में याचिका दायर की है। एडिशनल सेशन जज धर्मेंद्र राणा ने इस पर तिहाड़ जेल प्रशासन से दो मार्च तक जवाब मांगा है। याचिका में अक्षय ने दावा किया कि राष्ट्रपति के समक्ष उसकी नई दया याचिका लंबित है। वहीं, पवन ने सुधारात्मक याचिका का हवाला दिया है।