बॉलीवुड सिंगर निकिता गांधी शनिवार को कोचीन यूनिवर्सिटी के वार्षिक महोत्सव में हुए भगदड़ को लेकर चर्चा में हैं। वह कोचि की इस यूनिवर्सिटी में परफॉर्म करने वाली थीं लेकिन उनका कॉन्सर्ट शुरू होने से पहले ही बारिश के चलते भगदड़ मच गई। इसकी वजह से 4 लोगों की जान गई और कई लोग घायल हो गए।
25 नवंबर 2023 को कोचि में हुई अचानक बारिश चार स्टूडेंट्स के लिए काल बनकर आई। खुशी का माहौल पल भर में मातम में बदल गया। खूबसूरत गानों से सजी महफिल चीख-पुकार में तब्दील हो गई। शनिवार को कोचीन यूनिवर्सिटी में जब ये घटना हुई, तब म्यूजिक इंडस्ट्री का जानी-मानी सिंगर निकिता गांधी वहीं मौजूद थीं। वह स्टेज पर परफॉर्म करने के लिए तैयार बैठी थीं, लेकिन कॉन्सर्ट शुरू होने से पहले ही भगदड़ मच गई और चार लोगों की जान चली गई।
कोचीन यूनिवर्सिटी के वार्षिक महोत्सव में हुए इस हादसे के बाद से ही निकिता गांधी सुर्खियों में हैं। पहले कहा जा रहा था कि उनके कॉन्सर्ट के दौरान ही भगदड़ मची थी, लेकिन बाद में अधिकारियों ने कहा कि निकिता के कॉन्सर्ट से पहले ये घटना हुई। चर्चाओं में निकिता गांधी ने इस घटना पर दुख भी जताया और कहा कि वह इससे बुरी तरह टूट गई हैं। सोशल मीडिया पर निकिता गांधी ट्रेंड कर रही हैं। आइए, आपको सिंगर निकिता गांधी के बारे में बताते हैं।
कौन हैं निकिता गांधी?
एक अक्टूबर 1991 में जन्मीं निकिता गांधी प्लेबैक सिंगर हैं। वह आधी पंजाबी और आधी बंगाली हैं। उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई कोलकाता के ला मार्टिनियर से की और फिर 2010 में चेन्नई से डेंटिस्ट की पढ़ाई की।
कैसे सिंगर बनीं निकिता गांधी?
मेडिकल की पढ़ाई कर रहीं निकिता गांधी के लिए म्यूजिक की ओर रुख करने में सबसे बड़ा रोल एआर रहमान ने निभाया है। एआर रहमान ने निकिता को पहला ब्रेक देने का वादा किया था, लेकिन एक शर्त पर। एआर रहमना का कहना था कि अगर निकिता म्यूजिक की प्रोफेशनल ट्रेनिंग लेंगी, तभी वह उन्हें मौका देंगे और निकिता ने ऐसा ही किया। डेंटिस्ट की पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने म्यूजिक कॉलेस से संगीत की ट्रेनिंग शुरू कर दी।
निकिता गांधी का सबसे बड़ा ब्रेक
वादे के मुताबिक, साल 2014 में एआर रहमान ने फिल्म ‘आई’ में निकिता को गाने का मौका दिया। इस फिल्म में निकिता ने ‘लादियो’ गाना गाया। दिलचस्प बात ये थी कि निकिता ने सिर्फ हिंदी नहीं, बल्कि इसका तमिल और तेलुगु वर्जन भी गाया था।
विदेशों में लहरा चुकी हैं झंडा
निकिता गांधी ने सिर्फ हिंदी, बंगाली या साउथ इंडियन लैंग्वेज में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी अपनी आवाज का जादू चलाया है। वह ईरानी फिल्म ‘मुहम्मद (एसएएल): द मैसेंजर ऑफ गॉड’ और हॉलीवुड फिल्म ‘पेले: बर्थ ऑ अ लीजेंड’ जैसी फिल्मों के लिए भी गाना गा चुकी हैं।
निकिता गांधी के बैंड का नाम
निकिता गांधी ने ब्लॉकबस्टर फिल्मों में अपने सुपरहिट गाने देने की बजाय अपना खुद का बैंड भी स्टैबलिश किया है। उन्होंन साजिथ सत्या, जेरार्ड फेलिक्स, गॉडफ्रे इमैनुएल और जोशुआ गोपाल के साथ ‘नूर’ नाम के बैंड को स्टैबलिश किया है।