नाैसरबाजों ने कनाडा वाला भांजा बन कर अधेड़ व्यक्ति के अकाउंट से 6.20 लाख रुपये अपने अकाउंट में ट्रांसफर करा लिए। अब थाना सदर पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज करके छानबीन शुरू की है।
इंस्पेक्टर गुरप्रीत सिंह ने बताया कि उक्त केस ईशर नगर निवासी मनमोहन सिंह (59) की शिकायत पर दर्ज किया गया। अक्टूबर में पुलिस कमिश्नर को दी शिकायत में उसने बताया कि 10 अक्टूबर की सुबह 10 बजे उनके मोबाइल पर व्हट्सएप नंबर से काल आई।
उधर से बात करने वाले ने कहा सत श्री अकाल मामा जी। उसे लगा कि यह काल कनाडा के मोंट्रियल में रह रहे उसके भांजे जगमीत सिंह उर्फ मोनू ने की है। वो मोनू समझ कर उसके साथ बात करने लगे। उधर से बात करने वाले ने बताया कि वो लोग एक पार्टी के लिए ब्रमटन गए थे। जहां उनका वेटर के साथ झगड़ा हो गया। गुस्से में उसने वेटर के सिर पर बोतल मार दी।
अब पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर रखा है। उसका फोन भी पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। जिसके बाद उसने यह बाेल कर फोन दूसरे आदमी को पकड़ा दिया कि वो उसका वकील है। वकील ने छूटते ही कहा कि वेटर के साथ समझौता करने के लिए 4 हजार डालर देने होंगे। उसकी बातों में आकर मनमोहन सिंह ने उसके बताए अकाउंट में वो रकम जमा करा दी।
मगर कुछ ही देर के बाद फिर से फोन आ गया। जिसमें बात करते हुए उस वकील ने कहा कि वेटर का परिवार आ गया है। वो इतनी रकम लेकर समझौता करने को मान नहीं रहा है। उन्हें 6 हजार डालर और देनेे होेंगे। जिस पर उन्होंने वो रकम भी उनके बताए अकाउंट में जमा करा दी। मनमोहन सिंह ने बताया कि बीच-बीच में वो जगमीत सिंह उर्फ मोनू का मोबाइल नंबर मिलाता रहा। उस पर बेल जाती रही, मगर उसने उठाया नहीं। उसी शाम जगमीत उर्फ मोनू का फाेन आया।
उसने बताया कि सोते समय फोन को साइलेंट कर दिया था। इस लिए उसे पता नहीं चला। मनमोहन सिंह ने जब उसे पैसे जमा कराने की बात बताई तो उसने बताया कि उसके साथ ऐसा कुछ नहीं हुआ था। जिसके बाद मनमोहन सिंह को अपने साथ हुए धोखे का अहसास हुआ।