नागरिकता संशोधन कानून 2019 को लेकर देश के कई हिस्सों में उपद्रवी तत्व सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे हैं और लोगों की सुरक्षा के लिए तैनात पुलिस बल पर भी पथराव कर रहे हैं। इस बीच उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद से एक अनहोनी के टलने की खबर है। यहां शनिवार को हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस पर गोली चलाई गई। कांस्टेबल विजेंद्र कुमार की बुलेटप्रूफ वेस्ट को चीरती हुई यह उनकी जैकेट के अंदर रखे बटुए में सिक्के से टकराकर फंस गई।
विजेंद्र ने बताया कि कल विरोध प्रदर्शन के दौरान यह गोली लगी थी। मुझे वास्तव में ऐसा लग रहा है कि यह मेरा दूसरा जीवन है। विजेंदर कुमार फिरोजाबाद एसपी के एस्कॉर्ट में शामिल थे, जब विरोध-प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया और फायरिंग शुरू हुई। विजेंदर कुमार ने कहा कि यह मेरा दूसरा जीवन है।
फिरोजाबाद में हुए हिंसक प्रदर्शन में थानाध्यक्ष, सब इंस्पेक्टर और कॉन्स्टेबल सहित 40 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। फिरोजाबाद एसपी सचिंद्र पटेल ने बताया कि हिंसक भीड़ पुलिसवालों पर फायरिंग कर रही थी। उधर, CAA को लेकर अलीगढ़ में हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद 15 दिसंबर को इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया था, जिसे बहाल कर दिया गया है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि कानून के विरोध की आड़ में सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचने वालों की पहचान कर इसके हर्जाने को उनकी संपत्तियों को जब्त कर पूरा किया जाएगा। इसके दो दिनों के बाद ही प्रदेश के कई जिलों में प्रशासन ने उपद्रवी तत्वों की पहचान करना शुरू कर दिया है और उनकी संपत्ति राजसात की जा रही है।
उधर, शनिवार को रामपुर में हुई ताजा हिंसा की घटना में एक युवक की मौत हो गई। गुरुवार से राज्यभर में चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच अब तक 18 लोगों की जान जा चुकी है। सुप्रीम कोर्ट के साल 2018 के आदेश के तहत मुजफ्फर नगर में प्रशासन ने 50 दुकानों को सील कर दिया है, जो उन कथित दंगाइयों को बताई जा रही हैं, जिन्होंने सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है। सील की गई दुकानें मीनाक्षी चौक और कच्ची सड़क इलाके की हैं। फिरोजाबाद के पुलिस प्रमुख ने सचिंद्र पटेल ने बताया कि दंगाइयों के खिलाफ एनएसए लगाया जाएगा।
कई जिलों के पुलिस प्रमुख और डीएम ने कहा है कि वे समाचार चैनलों की फुटेज, अखबारों में प्रकाशित तस्वीरों आदि की मदद से दंगे भड़काने के आरोपियों की पहचान कर रहे हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई की शुरुआत कर रहे हैं। मुजफ्फरनगर के प्रशासन की कार्रवाई का भी विरोध किया जा रहा है।