मध्य प्रदेश विधानसभा के सत्र से ठीक पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई. जिसमें विधायकों को निर्देश दिए गए कि विधानसभा सत्र के दौरान बीजेपी के आरोपों का पूरी ताकत से जवाब दें.वहीं नागरिकता कानून पर कमलनाथ ने कहा है कि बहुमत से लोकसभा चलाई जा सकती है लेकिन देश नहीं.
बैठक में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि शीतकालीन सत्र के दौरान विपक्ष के गुमराह करने और झूठे आरोपों का पूरी ताकत से जवाब दें. सभी मंत्री पिछले एक साल के कामकाज की जानकारी विधायकों को दें ताकि वे वस्तु स्थिति सदन में रख सकें.
विधायकों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, ‘नागरिकता संशोधन बिल पर केंद्र सरकार ने संघीय व्यवस्थाओं की परंपरा का पालन न करते हुए बहुमत के बल पर संशोधन बिल पास करवाया है. उससे देश की एकता और अखंडता को खतरा पैदा हो गया है.’
उन्होंने कहा, ‘बहुमत से लोकसभा चलाई जा सकती है लेकिन देश नहीं. महत्वपूर्ण और संवेदनशील मुद्दों पर सर्वसहमति और आपसी चर्चा जरूरी होती है.
नागरिकता संशोधन बिल पर केंद्र सरकार को देश के सभी मुख्यमंत्रियों से बैठक कर चर्चा करनी चाहिए. हमारी देश की संस्कृति और विविधता को अक्षुण रखने और लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए यह जरूरी है कि निर्णय लेने की प्रक्रिया में सभी का सहयोग लिया जाए.’ उन्होंने कहा कि मौजूदा केंद्र सरकार ऐसा नहीं कर रही है. इससे देश का भविष्य खतरे में पड़ गया है.