प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी छह अगस्त को नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर बने कर्तव्य भवन का उद्घाटन करेंगे। इस मौके पर प्रधानमंत्री एक सार्वजनिक कार्यक्रम को भी संबोधित करेंगे।
क्या है कर्तव्य भवन की खासियत?
कर्तव्य भवन को इस तरह डिजाइन किया गया है कि वह सरकारी कामकाज में दक्षता, नवाचार और आपसी समन्वय को बढ़ावा दे। यह नया भवन दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में बिखरे मंत्रालयों और विभागों को एक ही स्थान पर लाकर संगठित करेगा।
इस भवन में गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, ग्रामीण विकास मंत्रालय, एमएसएमई मंत्रालय, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय, डीओपीटी और प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार (पीएसए) का कार्यालय शामिल होगा।
इससे न केवल कार्यप्रणाली में सुधार होगा, बल्कि आपसी तालमेल से निर्णय लेने की प्रक्रिया भी तेज होगी। सरकार का उद्देश्य प्रशासन को आधुनिक, दक्ष और जवाबदेह बनाना है, और कर्तव्य भवन इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।