जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री रहे गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हमें पहले जम्मू कश्मीर की आर्थिक स्थिति को ठीक करना होगा. उन्होंने इसके लिए मंत्र भी दिया और कहा कि विकास के काम को तीन गुना करना होगा. आजाद ने लगे हाथ केंद्र सरकार की ओर से मिलने वाला फंड बढ़ाने की भी मांग कर डाली और कहा कि दिल्ली से तीन-चार गुना अधिक पैसा मिलना चाहिए.
आजाद ने कहा कि हमारे समय में बजट कम होता था लेकिन हम अलग-अलग चीजों में पैसा लेते थे. आज काम दिखाई नहीं दे रहा है और उद्योग बंद हैं. गौरतलब है कि एक दिन पहले ही जी-23 के नेताओं ने कांग्रेस आलाकमान को यह स्वीकार करने की नसीहत दी थी कि पार्टी कमजोर हुई है और इसे मजबूत करने के लिए काम करने की जरूरत है.
बता दें कि राज्यसभा में विपक्ष के नेता रहे गुलाम नबी आजाद के विदाई समारोह में पीएम मोदी ने भी उनकी जमकर तारीफ की थी. पीएम मोदी भावुक भी हो गए थे. राज्यसभा का कार्यकाल समाप्त होने के बाद गुलाम नबी आजाद इन दिनों जम्मू कश्मीर के दौरे पर हैं. कल (27 फरवरी) ही जम्मू में गुलाम नबी के साथ कांग्रेस के अन्य नेता भी जमा हुआ थे, जिन्हें G-23 कहा गया है.
इन नेताओं में कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा और राज बब्बर जैसे बड़े नाम शामिल हैं. गुलाम नबी की मौजूदगी में मंच से सिब्बल ने कहा था कि कांग्रेस कमजोर हो गई है, ये बात स्वीकार कर लेनी चाहिए. इसके साथ ही कांग्रेस नेताओं कांग्रेस हाईकमान सोनिया गांधी और राहुल गांधी को कड़ा संदेश दिया था.
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की है. आजाद ने गुज्जर समुदाय के एक कार्यक्रम में पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि हमें अपनी मूल विनम्रता और लोगों को नहीं भूलना चाहिए. उन्होंने कहा कि लोगों को नरेंद्र मोदी से सीख लेनी चाहिए, जो प्रधानमंत्री बन गए लेकिन अपनी जड़ों को नहीं भूले.
राज्यसभा में विपक्ष के नेता रहे गुलाम नबी आजाद ने कहा कि नरेंद्र मोदी खुद को गर्व से चाय वाला कहते हैं. उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि मेरे नरेंद्र मोदी के साथ राजनीतिक मतभेद हैं, लेकिन प्रधानमंत्री एक जमीनी व्यक्ति हैं. आजाद ने पीएम के साथ राजनीतिक मतभेदों का जिक्र कर उनकी तारीफ की तो कश्मीर की अर्थव्यवस्था को लेकर भी अपनी राय रखी.