नगर निगम व पुलिस की कार्रवाई के बाद रेहड़ी-फड़ी वाले लगातार विरोध जता रहे हैं। रेहड़ी वालों ने शुक्रवार से जगराओं पुल पर भूख हड़ताल शुरू कर दी, जोकि शनिवार को भी जारी है। रेहड़ी वालों का कहना है कि जब तक वेंडर जोन बनाने को लेकर आश्वासन नहीं मिलता, तब तक वह भूख हड़ताल खत्म नहीं की जाएगी।
रेहड़ी-फड़ी यूनियन के प्रधान बालकृष्ण पप्पी ने बताया कि नगर निगम की ओर से जब तक समझौता बैठक नहीं हो जाती, तब तक रेहड़ी-फड़ी वालों का रोष-प्रदर्शन जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि सात से दस फरवरी तक प्रशासन व नगर निगम के खिलाफ लगातार संघर्ष जारी रहेगा
रेहड़ी-फड़ी वाले दस को नहीं भेजेंगे सामान
बालकृष्ण पप्पी ने बताया कि10 फरवरी को महानगर में रेहड़ी-फड़ी वालों की पूर्ण हड़ताल रहेगी। कोई भी रेहड़ी-फड़ी वाला कहीं भी सामान नहीं लााएगा और न ही भेजेगा। उन्होंने बताया कि यूनियन की ओर से फल सब्जी मंडी में भी हड़ताल के बारे में जानकारी दे दी गई है। मंडियों के लिए भी फल व सब्जी की ढुलाई नहीं की जाएगी।
रेहड़ी-फड़ी वालों पर केस दर्ज करना अन्याय
पप्पी ने कहा कि नगर निगम और जिला प्रशासन की तरफ से रेहड़ी-फड़ी वालों पर केस दर्ज करना अन्याय है। जब तक केस दर्ज करना बंद नहीं किए जाते और पुराने केस वापस नहीं लिए जाते, संघर्ष जारी रहेगा।नगर निगम की तरफ से जब तक वेंडर जोन बनाने का पूर्ण आश्वासन नहीं मिल जाता, आंदोलन खत्म नहीं होगा।जगराओं पुल पर धरने में बैठे लोगों में अमरीक सिंह बब्बू, सुरेंद्र पाल, संजय कुमार, जगमीत सिंह, बलदेव, जतिंदर पाल व सुभाष कुमार शामिल हैं।
पिछले महीने भी किया था प्रदर्शन
पिछले दिनों पुलिस और नगर निगम ने शहर की मुख्य सड़कों पर कब्जे हटाने के लिए अभियान शुरू किया था। पुलिस व नगर निगम की तरफ से अतिक्रमण करने वाले रेहड़ी-फड़ी वालों व दुकानदारों को नोटिस जारी किए गए थे। चेतावनी के बाद नियमों का उल्लंघन करने वाले रेहड़ी-फड़ी के खिलाफ पुलिस ने केस भी दर्ज किए थे। इससे पहले भी जगराओं पुल पर रेहड़ी-फड़ी वालों ने प्रदर्शन किया था।