नई पीढ़ी में टर्म इंश्योरेंस का क्रेज काफी तेजी से बढ़ रहा है। जीवन की अनिश्तिताओं के कारण युवा वर्ग काफी जल्दी इसका चुनाव कर रहा है।
मगर जानकारी के अभाव में कई बार टर्म इंश्यूरेंस लेने के बाद भी उसका पूरा लाभ नहीं मिल पाता है। अक्सर लोग कम प्रीमियम के लालच में भविष्य के लाभ को गंवा देते हैं।
टीवी से लेकर रेडियो-समाचार पत्रों तक टर्म इंश्योरेंस के विज्ञापन छाए रहते हैं। आज कल ऑनलाइन इंश्योरेंस लेने वालों की संख्या भी काफी ज्यादा बढ़ गई है। मगर कई बार बिना सही जानकारी के इंश्योरेंस लेना नुकसानदेह साबित होता है।
बीमा घर के चेयरमैन अनुज अग्रवाल का कहना है कि लोगों को बिना बीमा सलाहकार के इंश्योरेंस नहीं लेना चाहिए। कम प्रीमियम के लालच में नहीं फंसना चाहिए।
बीमा लेने से पहले बनवाएं अपना पोर्टफोलियो
बीमा घर के चेयरमैन अनुज अग्रवाल कहते हैं कि कोई भी बीमा लेने से पहले अपनी वर्तमान पालिसियों का पोर्टफोलियो अवश्य तैयार कराएं। ताकि किस उम्र तक बीमा का कवरेज है, कितनी अवधि का बीमा लेना सही रहेगा, कौन सी बीमा पालिसी लेना सही रहेगा, टर्म इंश्योरेंस कितनी अवधि का और कौन से विकल्प को चुनना चाहिए आदि सवालों के जवाब मिल सकेंगे।
टर्म इंश्योरेंस में ये हैं विकल्प
– यदि आपकी उम्र 30 वर्ष है तो आप पांच या 10 फीसदी की दर से बढ़ने वाले बीमा का चुनाव करें।
– यदि आप प्रीमियम की जिम्मेदारी से जल्द मुक्त होना चाहते हैं तो पांच, छह, आठ, दस वर्षों में ही सारा प्रीमियम चुका सकते हैं।
– यदि आप अपना प्रीमियम वापस चाहते हैं तो कंपनियों ने इसका भी विकल्प उपलब्ध करवा दिया है।
– मृत्यु बाद मिलने वाले भुगतान को अब कई टुकड़ों में भी प्राप्त किया जा सकता है।
– गंभीर बीमारी होने पर प्रीमियम परित्याग का भी विकल्प है।