युवराज सिंह के पिता और भारत के पूर्व क्रिकेटर योगराज सिंह ने अपने बेटे को लेकर कुछ चौंकाने वाले बयान दिए हैं. हाल ही में दिए गए एक इंटरव्यू में 62 साल के योगराज ने विराट कोहली और एमएस धोनी पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि मेरे बेटे को इन दोनों खिलाड़ियों ने कभी सपोर्ट नहीं किया.
युवराज के पिता का बयान ऐसे वक्त में आया है जब उन्होंने खुद ये बात कही थी कि जितना मुझे सौरभ गांगुली ने सपोर्ट किया उतना धोनी और विराट ने नहीं किया.
एक इंटरव्यू में अब योगराज ने कहा है कि, धोनी और विराट के साथ-साथ चयनकर्ताओं ने भी युवराज सिंह के साथ विश्वासघात किया. हाल ही में मैं रवि शास्त्री से मिला था और उसने मुझसे एक फोटोग्राफ के लिए कहा.
मैंने उसे अपने पास बुलाया और कहा कि सभी महान खिलाड़ियों को उनके प्रदर्शन के आधार पर विदाई मिलनी चाहिए. जब धोनी, विराट या रोहित रिटायर होंगे तब मैं बोर्ड से आग्रह करूंगा कि उन्हें अच्छी विदाई मिले क्योंकि उन्होंने भारतीय क्रिकेट के लिए काफी कुछ किया है. कईयों ने उसके पीठ में छूरा घोंपा है और ये पीड़ादायक है.
योगराज सिंह ने पूर्व भारतीय चयनकर्ता सरनदीप सिंह पर भी आरोप लगाया और कहा कि वो बैठक में जाते थे और कहते थे कि युवराज सिंह को ड्रॉप कर देना चाहिए.
कुछ लोग क्रिकेट का एबीसी भी नहीं जानते लेकिन चयनकर्ता बन जाते हैं. योगराज सिंह कई बार युवराज को टीम से बाहर करने के लिए धोनी को जिम्मेदार ठहरा चुके हैं
योगराज ने आगे दावा किया कि सुरेश रैना को धोनी का बहुत समर्थन था और उत्तर प्रदेश के इस क्रिकेटर को उनके बेटे के आगे 2011 के विश्व कप टीम के लिए माना जाता था.
योगराज ने आगे कहा कि, “इसमें नया क्या है? मुझे यह भी पता चला, भले ही मुझे इस बात पर यकीन न हो कि यह कितना सच है, कि किसी एक बैठक में किसी ने कहा कि भारतीय टीम को युवराज की जरूरत नहीं है क्योंकि सुरेश रैना टीम का हिस्सा हैं. मैंने ऐसा नहीं कहा. खुद युवराज ने ऐसा कहा और मैंने कई क्रिकेटरों को ऐसा कहते सुना है, ”