जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कांफ्रेंस नेता फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू कश्मीर पर संसद में लाए गए बिल को अंसवैधानिक करार दिया है. अब्दुल्ला ने कहा कि, हम प्रत्येक मसले का समाधान शांति से चाहते हैं, हम इस बिल के खिलाफ कोर्ट जाएंगे. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि, जैसे ही दरवाजे खुलेंगे हम बाहर आएंगे और लड़ाई लड़ेंगे, हम अदालत जाएंगे. हम बंदूक नहीं उठाए है, न हम ग्रेनेड फेंकने वाले हैं, हम शांतिपूर्ण समाधान में विश्वास रखते हैं. वे हमारी हत्या करना चाहते हैं, मेरा बेटा जेल में है.
फारूक अब्दुल्ला ने आगे कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी झूठ बोलेंगे. उन्होंने कहा कि, ”मैं अपनी मर्जी से घर पर क्यों बैठूंगा, जब मेरा प्रदेश जल रहा है, जब मेरे लोगों को जेल में ठूंसा जा रहा है . यह वह भारत नहीं है जिसमें मैं विश्वास करता था. ‘ इससे पहले लोकसभा में मंगलवार को गृह मंत्री अमित शाह ने रांकपा सांसद सुप्रिया सुले के एक बयान पर कहा फारूक अब्दुल्ला को न तो गिरफ्तार किया गया है, न उन्हें हिरासत में लिया गया है. वे अपनी मर्जी से अपने आवास पर हैं.
आपको बता दें कि लोकसभा में जम्मू कश्मीर पुनर्गठन बिल पर बहस हो रही थी. इसी दौरान एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले कहा कि, ‘मेरी बगल वाली सीट पर फारूक अब्दुल्ला जी बैठते हैं और वो जम्मू कश्मीर से चुनकर आए हैं. सदन में उनकी आवाज नहीं सुनाई दे रही है. यह चर्चा उनके बगैर हमेशा अधूरी रहेगी.’ जिस पर अमित शाह ने जवाब दिया था.