समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नए कृषि कानूनों को लेकर केंद्र और यूपी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि नए कृषि कानून किसानों को बर्बाद कर देंगे। किसानों की मांग पर सरकार का कोई ध्यान नहीं है। केंद्र की सरकार ने किसान को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। किसान को अपमान सहना पड़ा है।
अखिलेश यादव शनिवार को कासगंज में सपा और महानदल की किसान महापंचायत को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसानों को आतंकवादी, देशद्रोही क्या-क्या नहीं कहा गया, लेकिन इस किसान पंचायत में नौजवान भी बड़ी संख्या में हैं। किसान और नौजवान सब एक साथ हैं। अब यह सरकार को कुर्सी से उतारने का काम करेंगे।
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि जब यह सरकार कुर्सी से उतर जाएगी तो कानून अपने आप वापस हो जाएंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि पीएम कहते हैं एमएसपी थी, एमएसपी है और एमएसपी रहेगी। यह कैसा झूठ है। उन्होंने कहा कि किसान को 1000-1200 रुपये में अपना धान बेचना पड़ा और किसानों को धान की एमएसपी भी नहीं मिली। उन्होंने कालाधन, नोटबंदी, भ्रष्टाचार पर भी तीखे प्रहार किए।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी और महानदल का रिश्ता अटूट रिश्ता है। पक्का वाला रिश्ता है। क्योंकि यह भी पिछड़े हैं और हम भी पिछड़े हैं। इन्होंने भी धोखा खाया है। हमने भी धोखा खाया है। यह भी किसान हैं, हम भी किसान हैं।
महापंचायत को महानदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष केशवदेव मौर्य ने संबोधित करते हुए सपा-महानदल गठबंधन को मजबूत करने का आह्वान किया। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि एकजुट होकर अब संघर्ष के लिए तैयार रहें। किसान महापंचायत को पूर्व केंद्रीय मंत्री सलीम इकबाल शेरवानी, पूर्व सांसद एवं सपा जिलाध्यक्ष देवेंद्र सिंह यादव एवं पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने संबोधित किया।