देश में कोरोना वायरस का संकट धीरे-धीरे गहराता जा रहा है।इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश में कोरोना वायरस की स्थिति पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। इस बैठक में पीएम मोदी ने अलग-अलग राज्यों में कोरोना के बढञते मामलों को लेकर समीक्षा की। गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी इस बैठक में शामिल हुए।
PM के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के बाद अरुणाचल प्रदेश के CM पेमा खांडू ने ट्वीट कर कहा है कि लॉकडाउन की डेडलाइन 15 अप्रैल को खत्म हो रही है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि हम सड़कों पर आजादी से घूमने लगे।हमें ऐसे में एहतियात बरतना होगा। लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग ही कोरोना से लड़ने का एकमात्र कारगर तरीका है। इससे पहले बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य में कोरोना वायरस की मौजूदा स्थिति पर एक टेलीफोन पर बातचीत की थी।
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इससे पहले 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के दो दिन पहले 20 मार्च को प्रधानमंत्री ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की थी। उस समय उन्होंने कोरोना के वैश्विक खतरे के प्रति मुख्यमंत्रियों को आगाह करते हुए पूरे देश को एकजुट होकर इसका सामना करने की जरूरत बताई थी।
24 मार्च की मध्य रात्रि से पूरे देश में लॉकडाउन लागू होने के बाद राज्यों को घर-गांव लौट रहे लोगों से लेकर कई तरह की समस्याओं से जूझना पड़ा। वैसे कैबिनेट सचिव और गृह सचिव लगातार राज्यों के मुख्य सचिवों और डीजीपी के साथ बातचीत कर हालात की समीक्षा कर रहे हैं।साथ ही स्थिति से निपटने के लिए हर दिन नए कदम उठाए जा रहे हैं।
भारत में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से बढ़ रहे हैं।वर्तमान में देश में कोरोना वायरस के 1764 सक्रिय मामले हैं, वहीं इससे मरने वालों का आंकड़ा 50 तक पहुंच गया है।स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सुबह 9 बजे तक जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 12 घंटों में देश में 131 नए कोरोना वायरस के मामले आए हैं। इससे भारत में कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या संख्या 1965 हो गई है, जिनमें से 151 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी भी मिल गई है।