वेदान्ती ने कहा है कि, ये निर्णय हो चुका है कि राम मन्दिर का निर्माण 2019 के चुनाव से पहले प्रारम्भ कर दिया जाएगा, क्योंकि मोदी सरकार यदि राम मंदिर पर बिल लाना चाहेगी तो सिर्फ शिवसेना ही समर्थन करेगी, इसलिए बिल तो नहीं आ सकता, ऐसे में यह जरूरी है कि हम खुद ही पहल शुरू कर दें.” वेदान्ती ने यह बातें भिनगा में हो रही भागवत कथा के दौरान सबके सामने कहीं. सुप्रीम कोर्ट द्वारा लगातार सुनवाई टाले जाने के बाद से विवादित अयोध्या मामले में दोनों पक्षों के हवाले से लगातार बयानबाजी शुरू हो गई है.
अब श्रीरामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद डॉ. राम विलास वेदान्ती ने फिर से टिप्पणी की है. इस बार वेदान्ती ने कहा है कि वे सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का इंतजार नहीं करेंगे, मंदिर का निर्माण चुनाव से पहले भी हो सकता है.
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राम मंदिर निर्माण पर ही जोर दिया, उन्होंने कहा कि आज हमारे देश के लोगों का विश्वास जजों से उठ रहा है, आतंकवादियों को मुक्त करने के लिए रात को 12 बजे सुप्रीम कोर्ट खुलने को राजी हो जाता है, भारतीय संविधान और संस्कृति के विपरीत विवाहित हिन्दू औरत किसी पर-पुरुष से सम्बन्ध रख सकती है, बस ऐसे निर्णय ही हमारे सुप्रीम कोर्ट के जज दे सकते हैं.” मस्जिद वापिस बनवाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि दुनिया की कोई ताक़त वहां मस्जिद नहीं बनवा सकती।