देश के कई हिस्सों में अगले दो-तीन दिनों के दौरान भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है। मौसम विभाग ने गुरुवार को यह जानकारी दी। विभाग ने बताया कि उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी में उत्तरी ओडिशा और बंगाल के तटों के पास कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। मॉनसून का रुख और अरब सागर से नमी के साथ दक्षिण-पूर्वी हवाओं के अगले दो दिनों तक जारी रहने की संभावना है, जिससे देश के कई हिस्सों में भारी बारिश होने का अनुमान है।
अगले 24 घंटे में बहुत भारी बारिश होने का अनुमान
विभाग ने कहा कि उत्तर भारत के हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान में भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं। देश के पश्चिमी हिस्सों गुजरात, गोवा, कोंकण, मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों और भारत के मध्य भागों में भी अगले चार-पांच दिनों के दौरान भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है।
विभाग ने कहा, ‘गुजरात में अगले दो दिन के दौरान और मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों में अगले 24 घंटे में बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है।’ गुजरात में मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने के निर्देश दिए गए हैं। विभाग ने बताया कि ओडिशा, आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों और तेलंगाना में भी अगले दो-तीन दिन के दौरान भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं।
स्काइमेट ने जानकारी देते हुए बताया, ‘मानसून की अक्षीय रेखा गंगानगर, हिसार, बरेली, गोरखपुर, गया, जमशेदपुर और दिघा होते हुए बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्वी भागों तक बनी हुई है। वहीं, उत्तर पूर्वी राजस्थान के ऊपर हवाओं में एक चक्रवाती क्षेत्र बना हुआ है। इसके अलावा दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान और इससे सटे गुजरात पर भी एक चक्रवाती सिस्टम बना हुआ है। एक अन्य मौसमी सिस्टम पूर्वी असम के ऊपर है। इसकी क्षमता भी चक्रवाती क्षेत्र की है।
गुजरात में मानसून की 58 फीसद बारिश हुई
राज्य ब्यूरो, अहमदाबाद। गुजरात में बीते कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र के कुछ जिलों में जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। राज्य की 230 तहसीलों में बीते कुछ दिनों में लगातार बारिश दर्ज की गई है और यहां मानसून की 58 फीसद बरसात हो चुकी है। सुरेंद्र नगर के लखतर में बादल फटने से भारी नुकसान की खबर है। यहां बीते 24 घंटे में साढ़े सात इंच बारिश हुई है। सूरत में पिछले 48 घंटे में 13 इंच वर्षा रिकॉर्ड की गई। राजकोट के गोंडल में एक अंडरब्रिज में यात्रियों से भरी बस और एंबुलेंस फंस गई। दक्षिण गुजरात के नवसारी में कई गांवों के संपर्क टूट गए हैं। सरकार ने बाढ़ के हालात से निपटने के लिए सुरेंद्र नगर, जामनगर, बनासकांठा, मोरबी, नवसारी, राजकोट आदि जिलों में एनडीआरएफ की 13 टीमें तैनात की हैं।