विनय सोमपुरा.डूंगरपुर.
डूंगरपुर जिले के छोटे से गांव बरबोदनिया में प्रदेश का पहला महिलाओं का, महिलाओं के लिए और महिलाओं की ओर से मिनी बैंक संचालित किया जा रहा है। कॉपरेटिव सोसायटी एक्ट के तहत रजिस्टर्ड और गांव की ही दो महिलाओं द्वारा संचालित इस बैंक में महिलाओं के 2500 से अधिक खाते हैं। सालाना टर्नओवर भी एक करोड़ से अधिक का है। करीब डेढ़ दशक से यह मिनी बैंक महिला सशक्तिकरण का अनूठा उदाहरण पेश कर रहा है।भले ही नवम्बर 2013 में मुंबई में शुरू हुए भारतीय महिला बैंक को अधिकृत तौर पर देश का पहला महिला बैंक होने का गौरव प्राप्त हो, गांव बरबोदनिया में यह महिला बैंक 2002 से संचालित है और फिलहाल कार्यक्षेत्र गृह पंचायत क्षेत्र को ही बना रखा है।यूं मिली पे्ररणा
मिनी बैंक का संचालन प्रबंधक सीमा भगत तथा केशियर गजरादेवी रही हैं। वे बताती हैं कि वर्ष 2001 में टामटिया लेम्प्स व्यवस्थापक सोहनलाल सेवक की प्रेरणा से महिला बचत समूह शुरू किया। करीब छह माह तक समूह चलाने के बाद 23 जनवरी 2002 को महिला मिनी बैंक के नाम से रजिस्ट्रेशन कराया। तब से बैंक संचालित है। वर्तमान में बैंक में तकरीबन 1200 मनरेगा खाते हैं।
वहीं 550 बचत खाते, 400 से ज्यादा आरडी खाते तथा 300 से अधिक फिक्स डिपोजिट खाते हैं। प्रारंभ में कई सालों तक लेम्प्स के गोदाम में बैंक चला। कुछ वर्ष पहले पंचायत ने भवन बनवाकर दिया है। यहां सुरक्षा के लिए डबल लॉक सुविधा के साथ ही चौकीदार भी तैनात है।