रंगों का त्यौहार होली आज है। इसे लेकर लोगों में उत्साह का माहौल देखा जा रहा है। रविवार को भक्तिभाव व श्रद्धापूर्वक होलिका दहन किया गया। दोपहर में ही सुहागिनों द्वारा विधिविधान से होलिका की पूजा की जाने लगी थी जबकि रात्रि में धार्मिक अनुष्ठान के साथ होलिका दहन किया गया। इसके पहले छोटी होली के अवसर पर एक-दूसरे को गुलाल लगाते बच्चों का उत्साह देखते ही बन रहा था।
धार्मिक अनुष्ठान के साथ किया गया होलिका दहन
होलिका दहन में मोहल्ले के लोगों ने भाग लिया। इसके पहले सुबह से ही छोटी होली के अवसर पर एक-दूसरे को गुलाल लगाते बच्चों का उत्साह देखते ही बन रहा था। जबकि घरों से गुजिया, पापड़, बड़े, नमकीन, मिठाई समेत अन्य पकवान के बनने की खुशबू आ रही थी। किसी-किसी घर में तो शाम तक पापड़ छतों पर सुखाए जा रहे थे। आते-जाते लोगों के साथ फोन के माध्यम से परिचितों, परिवार और दोस्तों को होली की बधाई देने का सिलसिला दिनभर चलता रहा।
देर रात तक बाजार में लगी रही भीड़
देर रात तक पिचकारी, गुलाल, रंग, होली वाले टीशर्ट, बैंड, नकली बाल समेत अन्य की खरीदारी में लोग बाजारों में उमड़े रहे। गुजिया, मठरी व नमकीन के साथ अन्य खाने-पीने के सामानों की भी खरीदारी होती रही। इसी तरह परिधान व जूते की दुकानों पर बच्चों से लेकर बड़े तक अपनी पसंद के कपड़े और जूते, सैंडल खरीदते देखे गए।
होली मिलन समारोह का हुआ आयोजन
कोरोना महामारी के बाद तीन वर्षों बाद यह उत्साह अलग सा ही है। क्योंकि, इस वर्ष न महामारी है और न ही आर्थिक रूप से भी बाजार और लोग सशक्त हुए हैं। इसके चलते अकेले दिल्ली में छोटे-बड़े मिलाकर तीन हजार से ज्यादा होली मिलन समारोह आयोजित हुए। इसमें शामिल लोगों के चेहरों पर खुशी व उत्साह का भाव देखते ही बन रहा है।
बाजार भी माह भर पहले से खरीदारों से गुलजार रहे हैं। कारोबारी संगठन ने इस बार बेहतर कारोबार का अनुमान जताया है। उसके अनुसार अकेले दिल्ली में पांच हजार करोड़ रुपये से अधिक के कारोबार का अनुमान जताया है।