देवस्थानम बोर्ड पर उत्तराखंड की तीरथ सरकार के पुनर्विचार के फैसले की सुब्रह्मण्यम स्वामी ने तारीफ की है। उन्होंने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट की है। उन्होंने इसे हिंदुओं की बड़ी जीत कहा है।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा है कि देवस्थानम बोर्ड पर प्रदेश सरकार पुनर्विचार करेगी। फिलहाल बोर्ड में शामिल 51 मंदिरों को मुक्त किया जाएगा। उन्होंने कुंभ क्षेत्र में शराब की बिक्री पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने की भी घोषणा की है।
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को भूपतवाला स्थित अखंड परम धाम आश्रम में आयोजित विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक में शिरकत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि जल्द चारों धामों के तीर्थ पुरोहितों की बैठक बुलाई जाएगी और सरकार उनके अधिकारों को छिनने नहीं देगी।
शंकराचार्यों ने प्राचीन काल से जो व्यवस्था की है, उसी का पालन किया जाएगा। उसमें कोई छेड़छाड़ नहीं होगी और न ही किसी के अधिकारों में कटौती होगी।
गौरतलब है कि देवस्थानम बोर्ड का गठन पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के कार्यकाल में हुआ था। बोर्ड में चारों धाम समेत 55 मंदिर शामिल किए गए हैं। हरिद्वार से लेकर प्रदेशभर में हक-हकूकधारियों और तीर्थ पुरोहितों ने इसका विरोध किया था।
वहीं, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने संतों की मांग पर कुंभ क्षेत्र को शराब मुक्त करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि कुंभ क्षेत्र में जहां कहीं भी शराब की दुकानें खुली हैं, उनको तत्काल बंद कराया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा है कि अखाड़ों के संतों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होने दी जाएगी।
अखाड़ों की मांग पर सभी को कुंभ छावनी के लिए भूमि आवंटित हो गई है। सरकार प्रयास करेगी कि अगले महाकुंभ के लिए भी अखाड़ों के संतों के लिए अभी से भूमि चिह्नित कर दी जाए ताकि संतों को किसी तरह की परेशानी न झेलनी पड़े।