तिब्बत की निर्वासित सरकार के सांसद छेवड़ टासी की पत्नी छिरोड़ छोटन धनबाद के ल्हासा बाजार में स्टॉल लगा कर गर्म कपडे विक्रय कर रही है. हिमाचल प्रदेश के सोलन के छेवड़ टासी तिब्बत निर्वासित सरकार के उन 45 संसद सदस्यों में से हैं, जो पांच सालों के लिए प्रत्यक्ष चुनाव में चुने गए थे.
इस चुनाव के लिए भारत के हिमाचल प्रदेश में 10 और दिल्ली में चार मतदान केंद्रों के साथ नेपाल, भूटान, आस्ट्रेलिया, यूरोप व अमेरिका आदि देशों में भी मतदान केन्द्र स्थापित किए गए थे. ल्हासा मार्केट के स्टॉल लगाने वाली छिरोड़ छोटन के मुताबिक पति पत्नी प्रति वर्ष सर्दी के मौसम में धनबाद में गर्म कपड़ों की दूकान लगाते हैं. उन्होंने बताया कि उनके पति की दुकान पुराना बाजार स्थित ल्हासा मार्केट में लगती है जबकि उनकी दुकान कोर्ट मोड़ के कोहिनूर मैदान स्थित ल्हासा मार्केट में लगती है. इस बार उनके पति को जरूरी काम से उन्हें फ्रांस जाना पड़ा है, इसी कारण वे अकेली दूकान चला रही हैं.
पत्नी छिरोड़ के मुताबिक उनके सांसद पति पेशे से एक डॉक्टर हैं, 2005 में उनकी शादी हुई थी, दोनों के दो बच्चे हैं, जो धर्मशाला में पढ़ाई करते हैं. डॉक्टरी के पेशे और घर परिवार के बावजूद उनका परिवार लगतार तिब्बती शरणार्थियों को उनका हक़ दिलाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. गर्म कपड़ों के कारोबार के बारे में छिरोड़ कहती हैं, ये उनका पुश्तैनी कार्य है. इससे न सिर्फ उन्हें रुपए मिलते हैं बल्कि इसमें उनकी कला और संस्कृति भी बची रहती है.