मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार मोस्ट वॉन्टेड विकास दुबे को एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया है. विकास दुबे के मारे जाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि भगवान महाकाल कभी किसी पापी को बख्शते नहीं, यह मैंने कल भी कहा था और आज फिर दोहरा रहा हूं कि महाकाल की नजरों से कोई भी पापी नहीं बचेगा.
पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे का अंत हुआ लेकिन कई सवाल का जवाब नहीं मिला है.
जिस दुर्दांत अपराधी को पुलिस की 40 टीमें खोज रही हो वो इनामी बदमाश सुरक्षित यूपी रजिस्टर्ड कार से उज्जैन तक कैसे पहुंच गया? वो उज्जैन कितने दिन रहा, किसके संरक्षण में रहा? उसके साथ कितने साथी थे, वो कहां है?
कमलनाथ ने पूछा कि महाकाल मंदिर में विकास दुबे कैसे बेखौफ टहलता रहा, उसकी मंदिर की तस्वीरें किसने वायरल की? सावन का माह चल रहा है, महाकाल मंदिर हाई अलर्ट पर है.
ऐसे में इतना दुर्दांत अपराधी महाकाल मंदिर की सुरक्षा को कैसे भेद कर मंदिर में आसानी से प्रवेश पा गया? यह तो सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह है?
पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि इतना दुर्दांत अपराधी खुद अपना परिचय देकर इतनी आसानी से सरेंडर कैसे कर गया? इतने बड़े अपराधी की जानकारी लगने के बाद इसे पकड़ने आयी पुलिस के पास सुरक्षा की दृष्टि से हथियार तक नहीं? सावन मास के बावजूद एक दिन पूर्व पुलिस अधिकारियों का अचानक तबादला ?
आखिर में कमलनाथ ने पूछा कि आखिर कौन सा ऐसा राजनैतिक संरक्षण उसे प्राप्त था , जिसके कारण यह सब इतनी आसानी से संभव हुआ?
इन सवालों का सच सामने आना ही चाहिये क्योंकि इस घटना ने हमारे प्रदेश को देश भर में एक बार फिर शर्मशार किया है. सरकार इन सवालों का जवाब दे.