अमेरिका में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 2 लाख से अधिक हो गई है. दुनिया में अब तक कुल 9 लाख 60 हजार 800 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं. लेकिन एक्सपर्ट का कहना है कि महामारी इस तरह से बर्ताव कर रही है कि इसका पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सकता. यह आगे और चौंका सकती है.
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, महामारी खतरनाक स्थिति में पहुंच गई है. दुनिया में संक्रमितों की संख्या को लेकर अमेरिका फिलहाल टॉप पर है जहां 70 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं, लेकिन यह सवाल अभी भी कायम है कि क्या आने वाले महीने में मामलों में गिरावट आएगी? या महामारी में और तेजी दिखेगी?
आने वाले दिनों में कोरोना के घटने या बढ़ने को लेकर टेक्सास यूनिवर्सिटी के हेल्थ साइंस सेंटर में महामारी रोग विशेषज्ञ केथरीन टरोइसी कहती हैं कि क्या होगा, कोई नहीं जानता. उन्होंने कहा कि इस वायरस ने कई मोर्चों पर चौंकाया है और हमें आगे भी चौंका सकता है.
जुलाई में अमेरिका में कोरोना के नए केस घटने शुरू हो गए थे, लेकिन एक बार फिर बढ़ने लगे हैं. अब भी अमेरिका में रोज 800 लोगों की मौतें हो रही हैं. भारत में रोज करीब 1100 लोगों की मौतें हो रही हैं. वहीं, एक्सपर्ट्स को डर है कि सर्दी में कोरोना से स्थिति और बिगड़ न जाए.
दुनिया की बात करें तो 73 देशों में कोरोना के नए मामले इस वक्त बढ़ रहे हैं. खासकर यूरोप में मामले बढ़ रहे हैं, वहीं इजरायल को मामले बढ़ने के बाद दोबारा नेशनल लॉकडाउन लागू करना पड़ा है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के यूरोप में रीजनल डायरेक्टर हंस क्लूज कहते हैं कि हमारे सामने बेहद गंभीर स्थिति तैयार होने जा रही है. यूरोप में एक हफ्ते में आने वाले नए केस की संख्या उतनी हो गई है जितनी पीक के वक्त मार्च में थी.
लैटिन अमेरिका में कुल 3.1 लाख लोगों की कोरोना से मौत हुई है. सिर्फ ब्राजील में 1.32 लाख लोग कोरोना से मारे गए हैं. लेकिन पैन अमेरिकन हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की डायरेक्टर डॉ. कैरिसा एफ इटिएन्ने का कहना है कि खतरा बना हुआ है.
डॉ. कैरिसा का कहना है कि हमें यह साफ समझना चाहिए कि बहुत जल्दी पाबंदी हटाने से वायरस को फैलने के लिए और अधिक मौके मिल जाएंगे और आबादी के लिए यह खतरनाक होगा.