सदियों से मनुष्य अपने भविष्य के बारे में जानने को उत्सुक रहा है. उसने स्वयं को संतुष्ट करने के लिए तथा भविष्य की घटनाओं के बारें में पता लगाने के लिए फलित ज्योतिष के आधार पर विभिन्न शाखाओं का निर्माण किया जैसे ज्योतिष, हस्तरेखा शास्त्र, और अंक ज्योतिष ज्ञान. दुनिया भर में लाखों लोग हथेली की रेखाओं पर विश्वास करते हैं और उससे अपना भविष्य और अपने स्वभाव के बारे में पता लगाने की कोशिश करते रहते हैं. 
हाथ की रेखाएं जीवन भर बदलती रहती है लेकिन यह अचानक नहीं होता है. आपकी सोच और कर्मों के हिसाब से रेखाएं बदलती हैं. हाथ की कुछ रेखाएं और निशान जहां बहुत शुभ और अच्छे भाग्य के संकेत माने जाते हैं वहीं कुछ रेखाएं जीवन में संघर्ष और मुश्किलों का इशारा करती हैं.
हस्तरेखा शास्त्र में बुरे निशान या नकारात्मक चिह्न का अर्थ है कि आने वाले समय में व्यक्ति का जीवन संघर्षपूर्ण और मुसीबतों से भरा रहने वाला है. करियर, स्वास्थ्य, रिलेशनशिप और पैसे के मामले में आपको कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे लोगों को जीवन में भाग्य का साथ बिल्कुल नहीं मिलता है. आइए जानते हैं कौन सी हैं ये रेखाएं..
चेन की आकृति-अगर आपके हाथ में छोटे-छोटे द्वीपों से बनी हुई चेन की आकृति दिख रही है तो आपको लाइफ में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. यह जीवन में अस्थिरता, तनाव और फैसले ना ले पाने का प्रतीक है.
हाथ की मुख्य रेखा से अगर नीचे की तरफ कई रेखाएं जा रही हैं तो- जीवन में कम तरक्की की वजह से लगातार निराशा हो सकती है. ऐसे लोगों के अंदर जीवन के प्रति नकारात्मक नजरिया हो सकता है.
अगर शनि पर्वत के नीचे भाग्य रेखा (करियर रेखा के नाम से भी जाना जाता है) पर कई ऐसे निशान हैं तो व्यक्ति की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचता है. कई बार व्यक्ति को आर्थिक मुसीबतें भी झेलनी पड़ सकती हैं.
अगर भाग्य रेखा को काटने वाले ऐसे निशान ज्यादा गहरे और स्पष्ट है तो व्यक्ति को बहुत ज्यादा संघर्ष करना पड़ता है.
अपोलो फिंगर पर कई सारी क्षैतिज रेखाएं दुर्भाग्य का प्रतीक हैं. इससे मान-सम्मान को चोट पहुंच सकती है और आर्थिक संकट भी झेलना पड़ सकता है.
अगर अंगूठे के दूसरे भाग से शुक्र पर्वत से होती हुई रेखा जीवन रेखा को काटती है तो उसे अपने किसी करीबी से वियोग सहना पड़ सकता हैं. इसके अलावा किसी परिजन से धोखा भी मिल सकता है.
सैटर्न फिंगर (मध्यमा अंगुली) के पहले और दूसरे भाग पर ऊर्ध्वाधर रेखाएं (खड़ी रेखा) होने का मतलब है कि ऐसे लोगों को दूसरे आसानी से बेवकूफ बनाते हैं. फैसले लेने की क्षमता ना होने की वजह से इन्हें कई बार दूसरे नुकसान पहुंचा देते हैं.
मध्यमा अंगुली के दूसरे भाग में ग्रिल की तरह की आकृतियां बीमारियों का संकेत हैं. इसे दुर्भाग्य का संकेत माना जाता है.
रेखाओं का बीच-बीच में टूटा होना भी करियर, बिजनेस और रिलेशनशिप के मामले में कई बड़े नकारात्मक बदलावों का संकेत होता है.
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