दिवाली पर गुजरात, पंजाब, बिहार और महाराष्ट्र के विभिन्न शहरों से घर आने व जाने में लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। कारण है कि ट्रेनों में 21 अक्तूबर से 15 नवंबर तक कंफर्म आरक्षण नहीं मिल पा रहा है। प्रतीक्षा सूची भी लंबी है। ऐसे में यात्रियों की निगाहें अब विशेष गाड़ियों पर टिकीं हैं।
मथुरा व आसपास के बड़ी संख्या में लोग दूसरे प्रदेशों में रहकर कामकाज करते हैं। जिन लोगों को आरक्षण पहले से करा लिया है उन्हें तो ज्यादा दिक्कत नहीं होगी। जिन लोगों ने आरक्षण नहीं कराया था उन्हें अब आरक्षण नहीं मिल रहा है। मथुरा आने वाली ज्यादातर ट्रेनों में 110 से 170 तक वेटिंग है। यह स्थिति शयनयान ही नहीं बल्कि एसी द्वितीय और तृतीय में भी है। पंजाब, झेलम, सचखंड, मालवा, छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस में सभी सीटें फुल हैं।
सर्वाधिक वेटिंग स्लीपर कोच में
लंबी दूरी की ट्रेनों में सबसे ज्यादा वेटिंग स्लीपर कोच में है। मौसम में बदलाव के चलते अब सर्दी की दस्तक हो गई है। ऐसे में रात में एसी की जरूरत कम हो गई है। इस कारण स्लीपर की वेटिंग बढ़ी है। वहीं एसी कोच की वेटिंग कम है।
ट्रेनों में रिजर्वेशन फुल
रेलवे पीआरओ विजेंद्र सिंह ने बताया कि दिवाली व छठ पर्व के कारण ट्रेनों में रिजर्वेशन फुल हैं। उम्मीद इस स्थिति को देखते हुए रेलवे कुछ और विशेष गाड़ियों का संचालन करेगा।