केंद्रीय पशुधन राज्यमंत्री डॉक्टर संजीव बालियान ने कहा कि दिल्ली हिंसा में घायल पुलिसकर्मी किसानों के बेटे हैं। सरकार मांगें मान चुकी है, किसान नेता अपनी रोटियां सेकने में लगे हैं, ये आंदोलन खत्म नहीं करना चाहते।
सरकार किसी दोषी को बख्शेगी नहीं, सब पर कार्रवाई होगी। रामपुर तिराहे पर कार्यक्रम में शामिल होने आए डॉक्टर संजीव बालियान ने पत्रकारों से कहा कि केंद्र सरकार ने कृषि बिल को लेकर आंदोलनरत किसानों की अधिकतम मांगे मान ली है।
कानून फिलहाल लागू भी नहीं हो रहा है। कुछ किसान नेता किसानों को भ्रमित कर रहे हैं। 26 जनवरी को लालकिले पर जो हुआ यह देश को अपमानित करने वाला है।
दिल्ली में जिन उपद्रवियों ने पुलिस कर्मियों पर हमला किया वह सब किसानों के ही तो बेटे हैं। अधिकतम हरियाणा और पश्चिमी यूपी के ही हैं। भाजपा सरकार में पुलिस किसी किसान पर डंडा नहीं उठाती। बावजूद इसके इस तरह का तांडव दुर्भाग्यपूर्ण है। जो किसान नेता भीड़ के बेकाबू होने की बात करते हैं, जब वह भीड़ संभाल नहीं सकते तो बुलाते क्यों हैं।
उन्होंने कहा कि इस आंदोलन के पीछे पश्चिम के एक राजनीतिक दल का भी हाथ है। सभी लोग जानते हैं कि लालकिले और आईटीओ पर कौन लोग शामिल थे। उन्होंने कहा कि मैं उन सभी किसानों से अपील करता हूं जो दिल्ली बॉर्डर पर हैं अपने घर लौट जाएं।