सांसदों ने बुधवार को लाल किले से संसद तक तिरंगा बाइक रैली निकाली। इस रैली को उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने झंडा दिखाकर रवाना किया। इस दौरान जी किशन रेड्डी मीनाक्षी लेखी सहित कई सांसद मौजूद रहे।
दिल्ली में लाल किले से लेकर संसद तक बुधवार को सांसदों ने तिरंगा बाइक रैली निकाली। इस रैली का आयोजन संस्कृति मंत्रालय ने किया। तिरंगा बाइक रैली को उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने झंडा दिखाकर रवाना किया।
इस मौके पर उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि ‘ यह पहल नागरिकों और राष्ट्रीय ध्वज के बीच व्यक्तिगत जुड़ाव पैदा करने के लिए है।’
इस मौके पर संस्कृति और पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी, संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी, संसदीय मामलों के राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल और संसदीय मामलों के मंत्री प्रहलाद जोशी सहित कई सांसद मौजूद रहे।
क्या बोलीं स्मृति ईरानी?
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री के आह्वान पर राष्ट्र का हर नागरिक एक तरफ आज़ादी के 75 साल को उत्सव के रूप में मना रहा है तो दूसरी ओर PM का आह्वान है कि आगामी 25 साल संकल्पों से भरा हो, कर्तव्य निष्ठा से भरपूर हो और अपेक्षाओं पर हर नागरिक खड़ा उतरे ये प्रयास हम सबका है।’
चंद गज का कपड़ा नहीं है तिरंगा
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘तिरंगा चंद गज का कपड़ा नहीं है। तिरंगे की ताकत 130 करोड़ भारतीयों को एकजुट करने की है। आज आप देख सकते हैं सभी एकजुट होकर तिरंगा यात्रा में शामिल हुए हैं, बहुत सारे केंद्रीय मंत्री, सांसद और अलग-अलग दल के नेता इस यात्रा में शामिल हैं। आने वाले पीढ़ियों को इससे संदेश दिया जा रहा है कि हम सब भारत को एकजुट रखेंगे, भारत को आगे बढ़ाएंगे और भारत को और मजबूत तथा ताकतवर बनाएंगे।’
भारतीय ध्वज संहिता में संशोधन
गृह मंत्रालय ने 30 दिसंबर 2021 को भारतीय ध्वज संहिता 2002 में संशोधन किया है। अब पालिएस्टर से बने राष्ट्रीय ध्वज या मशीन से बने झंडे को भी अनुमति दी गई है।