सीबीआई ने तीन दिन पहले साउथ-ईस्ट जिले के सरिता विहार थाने में तैनात दो पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद सीबीआई ने शुक्रवार को द्वारका जिले के सेक्टर-23 के एएसआई अनिल को 40 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया।
किसी थाने का पुलिसकर्मी या स्टाफ अब रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार हुआ तो एसएचओ को तुरंत प्रभाव से लाइन हाजिर या फिर निलंबित कर डीसीपी के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। ये मौखिक आदेश दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने शुक्रवार रात को जारी किए। पुलिस आयुक्त आए दिन हो रही सीबीआई रेड से अधीनस्थ अधिकारियों से नाराज हैं।
सीबीआई ने तीन दिन पहले साउथ-ईस्ट जिले के सरिता विहार थाने में तैनात दो पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद सीबीआई ने शुक्रवार को द्वारका जिले के सेक्टर-23 के एएसआई अनिल को 40 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। पीसीआर काॅल पर गए अनिल ने पैसे मांगे थे।
जब ये बात पुलिस मुख्यालय तक पहुंची तो पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा नाराज हुए। उन्होंने रात को ही सभी विशेष पुलिस आयुक्तों खासकर जोन के विशेष पुलिस आयुक्त को मौखिक संदेश दिया कि वे सभी डीसीपी व एसएचओ को मैसेज दें कि अब किसी थाने के पुलिसकर्मी को सीबीआई ने रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया तो एसएचओ को लाइन हाजिर या निलंबित किया जाएगा। साथ ही, डीसीपी पर भी विभागीय कार्रवाई होगी। इसके बाद द्वारका के सेक्टर-23 के इंस्पेक्टर संदीप मलिक को लाइन हाजिर कर दिया गया।
इसके बाद विशेष पुलिस आयुक्तों ने रात को ही सभी डीसीपी को भ्रष्टाचार रोकने की हिदायत दी। शनिवार सुबह बैठकों को दौर शुरू हो गया। कहीं विशेष पुलिस आयुक्त ने बैठक ली तो कहीं रेंज के संयुक्त पुलिस आयुक्त ने बैठक ली।
85 इंस्पेक्टरों के तबादले की अर्जी खारिज
पुलिस आयुक्त कार्यालय ने 85 इंस्पेक्टरों के तबादले की अर्जियों को खारिज कर दिया। ये वे इंस्पेक्टर हैं जिनका लोकसभा चुनावों से पहले तबादला कर दिया गया था। चुनाव खत्म होने के बाद अब पहली वाली जगह व अन्य जगहों पर तबादले की अर्जी लगाई थी। बताया जा रहा है कि इनमें से कुछ ने जुगाड़ भी लगाया, लेकिन पुलिस आयुक्त ने किसी की बात नहीं सुनी और अर्जी खारिज कर दी।