दिल्ली सरकार द्वारा पिछले वर्ष शुरू की गई सेवाओं की डोर स्टेप डिलीवरी सुविधा 25 मार्च से बंद है। लेकिन, दिल्ली सरकार इस सेवा को जल्द शुरू करेगी। सरकार ने इस काम के लिए वीएफएस ग्लोबल नामक कंपनी से तीन साल का करार किया था, लेकिन कंपनी ने कोरोना संक्रमण काल में भारी संख्या में कर्मचारियों की छंटनी कर दी, जिससे यह सेवा बंद हो गई।
गौरतलब है दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार ने ड्राइविंग लाइसेंस, जाति प्रमाण पत्र, आवास प्रमाण पत्र व आय प्रमाण पत्र जैसे करीब एक सौ काम के लिए डोर स्टेप डिलीवरी सेवा शुरू की थी। जिससे लोगों को सरकारी कार्यालयों में चक्कर नहीं लगाना पड़े। इस काम के लिए कंपनी ने सैकड़ों मोबाइल सहायकों की नियुक्ति की जो फोन करने वाले व्यक्ति के घर पहुंचकर कागजात इकट्ठा करते थे, ताकि प्रमाण पत्र घर तक पहुंच सके। लेकिन, कोरोना के कारण लॉकडाऊन के समय कंपनी ने भारी संख्या में कर्मचारियों की छंटनी की, जिससे यह सेवा बंद हो गई। हालांकि, वीएफएस ग्लोबल द्वारा कितने मोबाइल सहायक को हटाया गया इसकी जानकारी नहीं मिल सकी।
जानें क्या है डोर स्टेप डिलीवरी सुविधा
- डोर स्टेप डिलीवरी सुविधा से दिल्ली के नागरिक आसानी से घर बैठे कई तरह के सर्टिफिकेट और कई तरह के दस्तावेज बनवा सकेंगे।
- सर्टिफिकेट और दस्तावेज को बनवाने के लिए और उन्हें लेने के लिए नागिरकों को सरकारी दफ्तर के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे, ये चीजें घर पर ही आ जाएंगीं।
- इस स्कीम के दोबारा शुरू होने से लाइनों में देर तक खड़े होने की परेशानी खत्म हो जाएगी और लोग घर पर ही सरकारी कर्मचारी को बुलाकर अपने दस्तावेज बनवा सकेंगे।
- घर बैठे सरकार द्वारा सर्टिफिकेट और दस्तावेज बनाने की इस सेवा का लाभ उठाने के लिए कुछ राशि आपको चुकानी पड़ेगी।
- कोरोना वायरस संक्रमण के दौर में इस स्कीम से लोग कम चपेट में आएंगे, क्योंकि वह भीड़ से दूर ही रहेंगे।