राजधानी में कोरोना संक्रमण से पहली बार एक दिन में 131 लोगों की मौत दर्ज हुई हैं, जबकि 7486 नए मरीज मिले हैं। थोड़ी राहत की खबर यह है कि 6901 लोगों ने संक्रमण को मात दी। हालात के मद्देनजर दिल्ली की सीएम केजरीवाल ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है।
दिल्ली में कोरोना का यह तीसरा पीक है। इससे पहले जून में पहला और सिंतबर में दूसरा पीक आया था। पहले पीक के दौरान दिल्ली में सबसे ज्यादा मौतें दर्ज की गई थीं। उस दौरान पुराना रिकॉर्ड देरी से मिलने के चलते यह आंकड़ा ज्यादा मिल रहा था, लेकिन तीसरा पीक आते-आते रोजाना होने वाली मौतों में पिछले एक दिन का आंकड़ा सबसे ज्यादा है।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, 62,232 सैंपल की जांच में 12.03 फीसदी संक्रमित मिले हैं। कुल संक्रमितों की संख्या 5,03,084 हो गई है, जिनमें 4052,683 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। अब तक 7943 मरीज दम तोड़ चुके हैं। दिल्ली में कोरोना की मृत्युदर 1.58 फीसदी है और संक्रमण दर 9 फीसदी है। फिलहाल 42,458 सक्रिय मरीज हैं।
विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि त्योहार के चलते तीन दिन तक जांच में कमी के बाद अब धीरे-धीरे आंकड़ा बढ़ रहा है। कुछ समय पहले तक दिल्ली में 10 हजार के आसपास आरटी-पीसीआर जांच हो रही थी। पिछले एक दिन में 19,085 जांच आरटी-पीसीआर तकनीक से हुई हैं। अब तक 55,90,654 जांच हो चुकी हैं।
फिलहाल 24842 मरीज होम आइसोलेशन में हैं। अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या बढ़कर अब 16884 हो गई है, जिनमें से 9343 बिस्तर भरे हैं। कोविड केयर सेंटर में भी कुल बिस्तर 8217 में से 568 ही भरे हैं।
10 दिन में सबसे ज्यादा मौतें
आंकड़ों के अनुसार, देश में सबसे ज्यादा मौतें दिल्ली में दर्ज की जा रही हैं। स्थिति यह है कि पिछले 10 दिन में कोरोना मरीजों की मौत के चलते मृत्युदर 1.48 फीसदी दर्ज की गई, जो बाकी राज्यों की तुलना में सर्वाधिक है। केंद्र सरकार भी अस्पतालों के स्तर पर दिल्ली में दोबारा रणनीति बनाने की सलाह दे रही है।
एक माह में दूसरी बार 100 से ज्यादा मौतें
इस माह में दूसरी बार एक दिन में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हुई हैं। इससे पहले 12 नवंबर को 104 मरीजों ने दम तोड़ दिया था। 13 को 91, 14 को 96, 15 को 95 और 16 व 17 नवंबर को 99-99 लोगों की मौत हुई। 12 से 18 नवंबर के बीच पिछले सात दिन की बात करें तो पहली बार सात दिन में 715 लोगों की मौतें हुईं।
इस बीच, राजधानी में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है। बृहस्पतिवार को 11 बजे होने वाली बैठक में भाजपा, कांग्रेस समेत दूसरे दलों को आमंत्रित किया गया है। इसमें दिल्ली सरकार कोरोना के बढ़ते मामलों के साथ इससे निपटने के लिए उठाए गए कदमों पर विस्तार से चर्चा करेगी। साथ ही विपक्षी पार्टियों से बेहतर सुझाव भी मांगेगी।
दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कोविड-19 के मौजूदा हालात पर चर्चा के लिए मुख्यमंत्री ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है। छठ पूजा से पहले बुलाई गई बैठक बेहद अहम है। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच विपक्ष छठ आयोजन की छूट देने की मांग दिल्ली सरकार से कर रहे हैं, जबकि दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने इस पर पाबंदी लगा रखी है। छठ पर्व पर दिल्ली में सियासत गरम है। ऐसे में अगर मुख्यमंत्री विपक्षी दलों को इस मसले पर सहमत कर लेते हैं तो सियासी घमासान थम सकता है।