एमसीडी के एमटीएस कर्मियों की हड़ताल से राजधानी में मच्छर जनित बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। घरों व अन्य परिसरों में मच्छरों के लार्वा की जांच नहीं हो पा रही है। वहीं, लोगों को जागरूक करने का कार्य भी ठप हो गया है। एमटीएस कर्मचारी 29 सितंबर से हड़ताल पर जाने के साथ-साथ एमसीडी मुख्यालय सिविक सेंटर के समक्ष धरना दे रहे हैं।
एमटीएस की हड़ताल शुरू होने से पहले 27 सितंबर तक मच्छरजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए प्रति सप्ताह लगभग 9.5 लाख घरों का निरीक्षण चल रहा था। इस दौरान करीब 11 हजार परिसरों में मच्छर का लार्वा मिला था। जागरूकता गतिविधियों के जरिए लोगों को घरों और आसपास की साफ-सफाई पर ध्यान देने के लिए निर्देशित किया जा रहा था।
लेकिन एमटीएस की हड़ताल से 11 अक्तूबर को जारी रिपोर्ट के अनुसार, इस सप्ताह करीब 75 हजार घरों की ही जांच हो सकी। इनमें केवल 1,100 परिसरों में लार्वा मिला। वहीं 18 अक्तूबर को जारी रिपोर्ट में देखा गया कि 12 से 18 अक्टूबर के बीच सिर्फ 73 हजार परिसरों की जांच हो पाई, जिसमें लगभग 1,000 परिसरों में ही लार्वा पाया गया।
Live Halchal Latest News, Updated News, Hindi News Portal