दिल्ली कैपिटल्स (DC) के स्पिनर अक्षर पटेल ने खुलासा किया है कि वह अपने साथी रविचंद्रन अश्विन से प्रेरणा लेकर कैरम-बॉल फेंकने की कला में महारत हासिल करना चाहते हैं। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के खिलाफ मैच से पहले, दिल्ली कैपिटल्स को बड़ा झटका लगा। शानदार गेंदबाजी कर रहे स्पिनर अमित मिश्रा को उंगली की चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गए। उनके स्थान पर अक्षर को आरसीबी के खिलाफ मौका दिया गया था। बाएं हाथ के स्पिनर ने मौके का भरपूर फायदा उठाया और चार ओवरों में 18 रन देकर दो विकेट लिए। दिल्ली ने विराट कोहली की अगुवाई वाली आरसीबी को 59 रन से हराया। अक्षर ने आरोन फिंच और मोइन अली के विकेट लिए।
अक्षर पटेल ने iplt20.Com पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में अश्विन को बताया कि बाएं हाथ के गेंदबाजों के लिए यहा गेंदबाजी करना थोड़ा आसान था, क्योंकि मैदान के एक तरफ बाउंड्री बड़ी है। बाएं हाथ के बल्लेबाजों को धीमी गति से गेंदबाजी कर रहा था। पावरप्ले में, जब हम बल्लेबाजी कर रहे थे, हमारे बल्लेबाजों ने बताया कि गेंद थोड़ी रुककर आ रही है। जब मैं पावरप्ले में गेंदबाजी करने आया, तो मेरी दूसरी गेंद थोड़ी टर्न हुई। इसके मैं अक्रामक गेंदबाजी करने का फैसला किया। विकेट से मदद मिलने कारण मैं गति में परिवर्तन करके गेंदबाजी कर रहा था।
वीडियो में अक्षर पटेल ने अश्विन से आगे कहा कि मैंने आपसे (अश्विन) प्रेरणा ली है और कैरम बॉल फेंकने की कोशिश कर रहा हूं। अक्षर ने आरसीबी के ओपनर आरोन फिंच को आउट करने को लेकर खास रणनीति का खुलासा किया। दरअसल वह गेंद को फेंकते समय एक्शन पूरा करने से पहले रुके थे। उन्होंने कहा कि रुकने की वजह को लेकर कहा कि इससे मुझे यह पता चल गया कि फिंच क्या कर रहे हैं। गेंद थोड़ी स्पिन हुई और मुझे विकेट मिल गया। अक्षर ने कहा कि जब मुझे दो-तीन छक्के पड़ जाएंगे तब मैं कैरम बॉल डालूंगा, क्योंकि बल्लेबाज सोच रहा होगा कि अब मैं तेज गेंद डालूंगा।
अक्षर पटेल ने इस साल गेंद से शानदार प्रदर्शन किया है। उन्हें कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के खिलाफ मैच में मौका नहीं मिला था। इसे लेकर उन्होंने कहा कि उन्होंने उन्हें टीम से बाहर रखने का फैसला सही कारणों से लिया गया था। इस वजह से उन्हें बुरा नहीं लगा। उन्होंने कहा कि मैं बाहर बैठने के लिए तैयार था। कोच रिकी पोंटिंग मेरे पास आए थे और उन्होंने मुझे इसका कारण बताया था। केकेआर के खिलाफ मुझे टीम से बाहर बैठाने का फैसला था और मैं सिर्फ टीम को जीतते देखना चाहता हूं।