CAA के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग जैसा एक और प्रदर्शन राजधानी में शुरू हो गया है. ये प्रदर्शन जाफराबाद (Jafrabad) के मेट्रो स्टेशन पर शनिवार लगभग आधी रात से शुरू हुआ है. यहां पर बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय की महिलाएं आधी रात को जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे से गुजरने वाली सड़क पर बैठ गईं और CAA-NRC के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं. इस सड़क के बंद होने की वजह से यहां से मौजपुर और यमुना विहार जाने वाला रास्ता बंद हो गया है.
जाफराबाद में महिला पुलिसकर्मियों को भी तैनात कर दिया गया है. इस बीच पुलिस ने प्रदर्शनकारियों द्वारा बनाए गए एक छोटे से मंच को तोड़ दिया है. प्रदर्शनकारी महिलाओं ने मेज से एक छोटा मंच बना रखा था.
जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे CAA के खिलाफ प्रदर्शन की वजह से मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया गया है. अब लोग इस मेट्रो स्टेशन से मेट्रो की सेवाएं नहीं ले पाएंगे. यहां पर मेट्रो गेट के दरवाजे बंद कर दिए गए हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक आधी रात को प्रदर्शनकारी महिलाएं सीलमपुर रेड लाइट से जाफराबाद मेट्रो स्टेशन की ओर कूच कीं और जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे सड़क पर बैठ गईं. प्रदर्शन में बड़ी तादाद में बुर्का पहनीं औरतें शामिल हैं. इन्होंने कैंडल जलाया और CAA के खिलाफ नारेबाजी की. हालांकि रात बढ़ने के साथ भीड़ कम होती गई और पुलिस की संख्या भी कम हो गई.
प्रदर्शनकारियों के सड़क पर बैठने की वजह से इधर से लोगों की आवाजाही बंद हो गई है. प्रदर्शनकारी महिलाओं ने रोड नंबर 66 जाम कर रखा है, ये सड़क सीलमपुर को मौजपुर और यमुना विहार से जोड़ती है. विरोध में शामिल महिलाओं ने बताया कि शाहीन बाग की तरह वे भी CAA और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन करेंगी. हाथ में तिरंगा लिए महिलाओं ने आजादी के नारे लगाते हुए कहा कि वे तब तक प्रदर्शनस्थल से नहीं हटेंगी जब तक कि केंद्र सरकार सीएए को रद्द नहीं कर देती है.
प्रदर्शन में शामिल कई महिलाओं ने अपनी बांह पर नीला बैंड लगा रखा था और जय भीम का नारा लगा रही थीं. बता दें कि संविधान निर्माता बाबा साहेब भीम राव आंबेडकर के अनुनायी नीली पोशाक और नीला झंड़ा लगाते हैं
महिलाओं के प्रदर्शन को देखते हुए इलाके में महिला पुलिसकर्मियों सहित बड़ी संख्या में सुरक्षा बल को तैनात किया गया है. जाफराबाद में ऐसे समय में प्रदर्शन शुरू हुआ है जब शाहीन बाग में सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों ने एक सड़क को खाली कर दिया है. शाहीन बाग में सड़क खुलवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त वार्ताकार लगातार कोशिश कर रहे हैं.
बता दें कि सीलमपुर में CAA के खिलाफ पहले भी हिंसा हो चुकी है. यहां CAA के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों ने गाड़ियां जला दी थी और कई स्थानों पर तोड़ फोड़ की थी. सीलमपुर में CAA के खिलाफ एक प्रदर्शन पहले से ही चल रहा है. यहां भी हरदम प्रदर्शनकारियों की मौजूदगी रहती है. अब जाफराबाद में ये नया प्रदर्शन शुरू हो गया है.