मौसम विभाग ने सोमवार व मंगलवार के लिए कोहरे का येलो अलर्ट दिया है। शनिवार को सुबह साढ़े आठ बजे तक पिछले 24 घंटे में बारिश का 101 साल का रिकॉर्ड टूट गया है।
राजधानी में झमाझम बारिश ने ठंड बढ़ा दी है। शुक्रवार सुबह से शुरु हुई बारिश शनिवार सुबह तक रुक-रुककर जारी रही। आज भी आसमान में बादल छाए हुए हैं। बारिश से तापमान में गिरावट आई है। शनिवार को सुबह साढ़े आठ बजे तक पिछले 24 घंटे में बारिश का 101 साल का रिकॉर्ड टूट गया है। इस दौरान कुल 41.2 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। जबकि 3 दिसंबर, 1923 को एक दिन में सबसे अधिक 75.7 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। मौसम विभाग के मुताबिक, यह 1901 के बाद दूसरी बार है, जब दिसंबर माह में एक दिन में इतनी बारिश रिकॉर्ड की गई है।
साथ ही, मौसम विभाग ने बताया कि इस बारिश ने दिसंबर 2024 को मासिक बारिश के मामले में 1901 में शुरू हुए रिकॉर्ड के बाद से पांचवां सबसे ज्यादा बारिश वाला महीना बना दिया है। यही नहीं, 2011 से यह पहली बार है कि जब इस माह छह दिन बारिश दर्ज की गई है।
मौसम विभाग ने रविवार के लिए कोहरे का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। साथ ही, सोमवार व मंगलवार के लिए कोहरे का येलो अलर्ट दिया है। ऐसे में अधिकांश स्थानों पर घना कोहरा और अलग-अलग स्थानों पर सुबह के समय बहुत घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। हालांकि मुख्य रूप से आसमान साफ रहेगा। शाम व रात में स्मॉग के साथ हल्का कोहरा छाने का अनुमान है।
इससे ठंड के साथ ठिठुरन बढ़ेगी। इस दौरान अधिकतम तापमान 17 और न्यूनतम तापमान 09 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जा सकता है। शनिवार को आसमान में कोहरे के साथ स्मॉग की मोटी चादर लिपटी रही। हालांकि, अलग-अलग इलाकों में बारिश ट्रेस की गई। ऐसे में अधिकतम तापमान 15.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम 12.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया। यही नहीं, न्यूनतम तापमान आया नगर और रिज में 12 डिग्री, पालम में 11.8 और लोधी रोड में 12.4 डिग्री रिकॉर्ड हुआ। लगातार बारिश से पैदल राहगीरों के साथ दोपहिया वाहन को चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
बारिश ने धोया दिल्ली का प्रदूषण, एक्यूआई 139 दर्ज
रिकॉर्ड तोड़ बारिश ने प्रदूषण को धो दिया है। शनिवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 139 दर्ज किया गया। यह मध्यम श्रेणी में है। इसमें शुक्रवार के मुकाबले 214 सूचकांक की गिरावट दर्ज हुई। सुबह के समय आसमान में धुंध के साथ हल्का कोहरा छाया रहा। पूरे दिन धूप नहीं निकली। प्रदूषण का स्तर कम होने से लोगों को आंखों में जलन व सांस लेने में परेशानी से राहत मिली।
भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) के मुताबिक शाम को हवा की चाल छह किलोमीटर रही। डिसीजन सपोर्ट सिस्टम (डीएसएस) के मुताबिक हवा में ट्रांसपोर्ट से होने वाले प्रदूषण की हिस्सेदारी 15.871, कूड़ा जलने से होने वाले प्रदूषण की हिस्सेदारी 1.459, सड़कों की धूल से होने वाले प्रदूषण की हिस्सेदारी 1.109 और निर्माण कार्यों से होने वाली प्रदूषण की हिस्सेदारी 2.13 फीसदी रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) का पूर्वानुमान है कि सोमवार से हवा खराब होने की आशंका है।
बवाना में एक्यूआई रहा खराब श्रेणी में दर्ज
बवाना में एक्यूआई खराब श्रेणी में दर्ज किया गया। इसके अलावा, मुंडका समेत 22 इलाकों में एक्यूआई 100 के पार और आया नगर समेत पांच इलाकों में एक्यूआई संतोषजनक श्रेणी में रहा। एनसीआर में दिल्ली के बाद गुरुग्राम सबसे अधिक प्रदूषित रहा।