सिरदर्द, कंपकंपी और गले में खराश की समस्या को हल्के में न लें। कंपकंपी के साथ शरीर थरथराने, मांसपेशियों में तनाव और मुंह का स्वाद बिगड़ने या सूंघने की क्षमता कमजोर पड़ने की शिकायत सताए तो भी फौरन चिकित्सकों से संपर्क करें। अमेरिका के रोग नियंत्रण एवं रोकथाम विभाग (सीडीसी) ने कोरोना संक्रमण की ओर से इशारा करने वाले लक्षणों में छह नए संकेतक जोड़ते हुए रविवार रात यह सलाह जारी की।
सीडीसी ने पहले बुखार, सूखी खांसी, थकान-कमजोरी और सांस लेने में तकलीफ की समस्या को किसी शख्स के कोरोना से संक्रमित होने का संकेत बताया था। बाद में विभाग ने सीने में दर्द और खिंचाव के अलावा नींद से जागने के बाद भ्रम की स्थिति बने रहने और चेहरा या होंठ नीले पड़ने की समस्या को संक्रमण की आपात चेतावनी देने वाले लक्षणों में शामिल किया था। कई संक्रमितों में सूंघने और स्वाद परखने की क्षमता कमजोर पड़ने के साथ डायरिया जैसी पाचन तंत्र संबंधी दिक्कतें सामने आने के बाद इन लक्षणों के प्रति भी सतर्क रहने का निर्देश दिया गया था।
सीडीसी के मुताबिक कोरोना से संक्रमित विभिन्न मरीजों में सर्दी, जुकाम, बुखार जैसे साधारण लक्षणों से लेकर सांस लेने में तकलीफ और डायरिया जैसी गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। ये लक्षण आमतौर पर वायरस के संपर्क में आने के दो से 14 दिन के भीतर उभरते हैं।
लगातार रंग बदलता वायरस
-जनवरी की शुरुआत में डब्ल्यूएचओ ने चीन में निमोनिया जैसा संक्रमण फैलने की पुष्टि की थी, बुखार-सूखी खांसी-सांस लेने में तकलीफ को बताया था लक्षण, बाद में दर्जन भर अन्य लक्षण जोड़े
-जनवरी के तीसरे हफ्ते में अमेरिकी सीडीसी ने खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ या जल्दी हांफ जाने की शिकायत को गंभीरता से लेने की सलाह दी थी, 26 अप्रैल को छह अन्य लक्षण गिनाए
-मध्य फरवरी में चीन के सीडीसी ने विश्व स्वास्थ्य संगठन को सौंपी रिपोर्ट में सर्दी, बुखार, जुकाम, डायरिया, सांस लेने में तकलीफ, सूंघने की शक्ति खोने जैसे 14 लक्षण दिखने की बात कही थी मरीजों में