गुजरात सरकार ने दलितों को जमीन के अधिकार दिलाने की घोषणा की थी लेकिन उसके राजस्व दस्तावेज व कब्जा नहीं मिलने के कारण दलित समाज के कई संगठन इस मुद्दे को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।

सामाजिक कार्यकर्ता भानुभाई वणकर ने प्रशासन के अनसुनी करने पर छह माह पूर्व आत्मदाह कर लिया था, उसकी छमाही पर दलित एक बार फिर इस मुद्दे को लेकर गुरुवार को गांधीनगर में हल्ला बोल करेंगे