पुलिस को दिए अपने आवेदन में शिक्षकों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से उनके पास राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल के अधिकारियों के नाम से फोन आ रहे हैं, जो स्कूल से जुड़ी जानकारी के साथ पैसे की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
दमोह जिले के हटा विकासखंड के रजपुरा जनशिक्षा केंद्र अंतर्गत आने वाले शासकीय स्कूलों में पदस्थ दस से अधिक शिक्षकों के साथ अफसर बनकर धोखाधड़ी करने का प्रयास किया गया है। जब शिक्षकों को शक हुआ तो उन्होंने शनिवार को रजपुरा थाना पहुंचकर पुलिस को लिखित शिकायत दी। अब पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस को दिए अपने आवेदन में शिक्षकों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से उनके पास राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल के अधिकारियों के नाम से फोन आ रहे हैं, जो स्कूल से जुड़ी जानकारी के साथ पैसे की मांग कर रहे हैं। जब शिक्षकों ने पैसे देने में असमर्थता जताई तो फोन पर बात करने वालों ने अपशब्द कहे और निलंबित करने की धमकी दी।
पूरे मामले की जानकारी शिक्षकों ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को भी दी। इसके बाद अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराने के निर्देश दिए।
शिक्षकों ने बताया कि उनके पास दो अलग-अलग नंबर से फोन आए, बात करने वाले व्यक्तियों ने अपना नाम विकास तिवारी और शांत राजवाड़े बताया। खुद को राज्य शिक्षा केंद्र का अधिकारी बताते हुए उन्होंने जानकारी ली। साथ ही शासकीय खाते की राशि वापस करने के लिए अपना खाता नंबर भी दिया। जब लगातार फोन आए तो शिक्षक गोपाल सेन, हरेंद्र सिंह राजपूत, सुरेश तंतुवाय, विजय कोरी, और अन्य कई शिक्षकों ने रजपुरा थाने जाकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने आवेदन लेने के साथ ही साइबर सेल की मदद से मामले की जांच शुरू कर दी है।