बताया गया कि प्राचार्य ने क्षमता से अधिक 200 छात्रों को एडमिशन दिया है लेकिन फिर भी छात्र मानने को तैयार नहीं थे।

छात्रों का कहना है कि जितने भी छात्र सीएलसी के तहत एडमिट हुए थे उनको सभी को एडमिशन दिया जाए। लगभग 800 छात्रों का छात्रों का भविष्य अधर में है। कॉलेज प्रशासन के खिलाफ छात्रों ने जबरदस्त नारेबाजी की।