वनडे विश्व कप से बुरी तरह हारकर बाहर हुई दक्षिण अफ्रीका की टीम जब 15 सितंबर को टी-20 सीरीज के पहले मुकाबले में भारत के खिलाफ धर्मशाला में उतरेगी तो उनकी एक नई सोच, एक नई रणनीति देखने को मिलेगी। ऐसा इसीलिए क्योंकि दक्षिण अफ्रीकी टीम ने इस सीरीज के लिए क्विंटन डिकॉक को कप्तान बनाया है।
पूर्व कोच ओटिस गिब्सन की जगह अंतरिम निदेशक ईनोक क्वे को नियुक्त किया गया है। ऐसे में अगले वर्ष ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप की तैयारियों के मद्देनजर एक नई सोच मेहमान टीम की कहानी बदलेगी। वेस्टइंडीज दौरे पर टी-20 सीरीज जीतने वाली भारतीय टीम विजयी क्रम को बरकरार रखना चाहेगी, लेकिन आक्रामक दक्षिण अफ्रीकी टीम के सामने यह चुनौती आसान नहीं होगी।
बल्लेबाजी दोनों टीम की ताकत : बल्लेबाजी में दोनों ही टीम कम नहीं है। डिकॉक खुद सलामी बल्लेबाज के तौर पर उतरकर तेज प्रहार करने में माहिर हैं। तेंबा बावुमा, रेसे वेन डेर डुसेन, डेविड मिलर जैसे खिलाडि़यों की मौजूदगी से दक्षिण अफ्रीकी टीम की बल्लेबाजी मजबूत दिख रही है जिन्हें इस प्रारूप का अच्छा अनुभव भी है। भारतीय बल्लेबाजी शिखर धवन, रोहित शर्मा और विराट कोहली पर निर्भर करेगी। तीनों में से किसी एक को बड़ी पारी खेलनी होगी। मध्य क्रम में दारोमदार श्रेयस अय्यर, क्रुणाल पांड्या और हार्दिक पांड्या पर होगा।
ऑलराउंडर की लंबी लाइन : मेहमान टीम की मजबूती ऑलराउंडर की भरमार है। डुसेन, रेजा हेंड्रिक्स, ड्वेन प्रिटोरियस, जॉर्ज लिंडे और एंडिले फेलुकवायो की टीम में मौजूदगी से संतुलन जबरदस्त हुआ है। भारतीय टीम के पास ऑलराउंडर खिलाडि़यों की लंबी सूची नहीं है। उसके पास क्रुणाल, हार्दिक और रवींद्र जडेजा ही तीन ऑलराउंडर हैं। ऐसे में तीनों को खिलाने के लिए कप्तान कोहली के दिमाग में टीम संतुलन जरूर चल रहा होगा।
गेंदबाजी में आगे दक्षिण अफ्रीका : टी-20 सीरीज के लिए भारत ने कम अनुभवी तेज गेंदबाजों को मौका दिया है। जसप्रीत बुमराह, मुहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार जैसे बड़े नामों को आराम दिया गया है। ऐसे में तेज गेंदबाजी का दारोमदार खलील अहमद, दीपक चाहर और नवदीप सैनी जैसे युवा गेंदबाजों पर होगा। वहीं, दक्षिण अफ्रीका के पास कैगिसो रबादा, जूनियर डाला, फेलुकवायो जैसे तेज गेंदबाज हैं।
आइपीएल का अनुभव आएगा काम : इस दक्षिण अफ्रीकी टीम की खासियत यह है कि इसके ज्यादातर खिलाडि़यों को आइपीएल का अच्छा अनुभव है, जो लंबे समय से आइपीएल खेलते आ रहे हैं। मुंबई इंडियंस के क्विंटन डिकॉक, किंग्स इलेवन पंजाब के डेविड मिलर, दिल्ली कैपिटल्स के कैगिसो रबादा जैसे खिलाडि़यों को भारत में खेलने का अच्छा अनुभव है।
जो भारतीय परिस्थितियों को अच्छे से समझते हैं। यही वजह है कि भारतीय टीम के लिए यह टी-20 सीरीज आसान नहीं रहेगी। ऐसा इसीलिए भी क्योंकि स्पिन के खिलाफ कमजोर दक्षिण अफ्रीका टीम के साथ मुकाबले में भारतीय टीम ने अपने सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों कुलदीप यादव और युजवेंद्रा सिंह चहल को आराम दिया है।