गरीब परिवार से संबंध रखने वाले बेटी के प्रेमी को उसके अमीर व दबंग परिवार वालों ने अपहरण कर ऐसी सजा दी कि किसी का भी दिल कांप जाए। दंपती ने बेटी के प्रेमी को घर बुलाकर उसे नंगा कर बेरहमी से पीटा, बाद में उसका सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर दिया। यही नहीं, इसके बाद किशोर को गायब कर दिया।
इस जघन्य अपराध के मामले में पुलिस ने घटना के नौ दिन बाद केस दर्ज किया है। अपहरण से एक सप्ताह पहले प्रेमिका अपने प्रेमी के घर जा पहुंची थी व उसके साथ विवाह कराने की जिद पर अड़ी थी। तब गांव की पंचायत बुलाकर अपहृत बेटे की मां ने उसकी प्रेमिका को उसके घर वापस भेजा था।
गांव चूहड़चक्क के गिल पत्ती निवासी निक्का सिंह पुत्र गुरदेव सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया है कि उसका 18 साल का बेटा सुखचैन सिंह गांव काऊंके स्थित सरकारी स्कूल में पढ़ता है। उसी गांव में उसी की हमउम्र एक लड़की पढ़ती है। दोनों में कुछ समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। 20 जुलाई को उसके बेटे की प्रेमिका उसके घर आ गई। वह उनके बेटे के साथ उसकी शादी कराने की जिद करने लगी। लड़की की उम्र भी 18 साल बताई जा रही है। लड़की की जिद देख निक्का सिंह ने गांव की पंचायत बुला ली। निक्का सिंह का कहना है कि उसकी भी अपनी बेटियां हैं। ऐसे में उन्होंने पंचायत की मदद से उसे समझा-बुझाकर उसके घर छोड़ दिया।
निक्का सिंह के अनुसार उसका बेटा पढ़ाई के साथ ही हेयर कटिंग भी करता है। 27 जुलाई को वह दुकान बंद कर रात को लगभग नौ बजे घर लौट रहा था। रास्ते में उसी गांव के दबंग व अमीर जगरूप सिंह व उसकी पत्नी उनके बेटे सुखचैन सिंह को अपने घर ले गए, जहां दोनों ने उनके बेटे को नंगा कर बेरहमी से उसके साथ मारपीट करने के बाद पूरी मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
जुल्म ढाने के बावजूद उनका मन नहीं भरा। बाद में उन्होंने सुखचैन को गायब कर दिया, अभी तक उनके बेटे का कोई सुराग नहीं लगा है। निक्का सिंह का आरोप है कि पुलिस उनकी कोई मदद नहीं कर रही है, उल्टा आरोपितों का ही साथ दे रही है। पहले तो चार दिन पुलिस ने इस मामले में कोई सुनवाई नहीं की, लेकिन वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के कारण मामला बड़े अधिकारियों तक पहुंचा तब जाकर पुलिस ने घटना के चार दिन बाद 31 जुलाई की देर रात को जगरूप सिंह व उसकी पत्नी के खिलाफ केस दर्ज किया।
इस मामले की जांच अधिकारी थाना अजितवाल की प्रभारी भूपिंदर कौर से जब बात की तो उन्होंने का कि वे फिरोजपुर कोर्ट में हैं, एडिशनल एसएचओ गुरबख्श सिंह से बात कर लें। एडीशनल एचएसचओ से जब पूछा गया कि पीड़ित का कहना है कि पुलिस उनकी नहीं आरोपित पक्ष की मदद कर रही है, इस पर उसने कहा कि पुलिस क्या कर सकती है, सभी आरोपी घर से भागे हुए हैं।